सिरसा जिले में गांव कुम्हारिया और खेड़ी के बीच खेड़ी माइनर नहर में दरार आ गई। किसान जगदीश के खेत से होकर गुजर रही नहर अचानक टूट गई। इससे किसानों की करीब 10 एकड़ फसल जलमग्न हो गई। ग्वार, मूंगफली और नरमा की फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों ने सिंचाई विभाग को दी सूचना ग्रामीण सत्यनारायण, मंजीत और राज कुमार ने बताया कि जैसे ही खेतों में पानी भरना शुरू हुआ, उन्होंने तुरंत सिंचाई विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर मनजीत बैनीवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया और तुरंत कार्रवाई शुरू की। जेई ने मौके पर पहुंचकर करवाया काम जेई मनजीत बैनीवाल, बेलदार कपिल कुमार और अमित कुमार ने मौके पर ही काम शुरू करवाया। जेसीबी मशीन की सहायता से नहर की दरार को भरने का कार्य शुरू किया गया। करीब दो घंटे की मेहनत के बाद यह काम पूरा हुआ। नहर की पटरी पर मिट्टी डालकर उसे मजबूत किया गया। जल की आपूर्ति फिर से बहाल-जेई किसानों के अनुसार खेड़ी माइनर नहर का यह हिस्सा नहर का अंतिम छोर है। इस कारण इसकी चौड़ाई कम है और पानी का दबाव भी कम होता है। इसी वजह से नहर में आई दरार को समय रहते नियंत्रित किया जा सका। नहर के अंतिम छोर पर पानी कम ही पहुंच पाता है। सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर मनजीत बैनीवाल ने बताया कि लीकेज को रोकने के बाद सिंचाई जल की आपूर्ति फिर से बहाल कर दी गई है।
सिरसा की खेड़ी माइनर नहर में दरार:10 एकड़ फसल जलमग्न, जेई ने मौके पर पहुंचकर करवाई मरम्मत
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