सिरसा शहर में एक गली का निर्माण भ्रष्टाचार के आरापों के चलते विवादों में आ गया है। इस मामले में सीएम फ्लाइंग ने भी जांच शुरू कर दी है और सिरसा नगर पालिका से रिपोर्ट तलब की है। खास बात है कि यह गली चार माह में दो बार फिर से बनाई गई और दो बार रिपेयरिंग की गई है और हर बार बारिश में धंस गई। वार्ड की पूर्व पार्षद ने गली निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल करने के आरोप लगाए हैं। यह मामला वार्ड नंबर 21 की बावड़ीवाली गली का है, जिसके निर्माण में अनियमितताएं बरती गई है। ऐसे में मामला मुख्यमंत्री दरबार में जा पहुंचा। इसकी शिकायत पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने की, जिस शिकायत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गली निर्माण की जांच उडऩदस्ते को सौंपी है। सीएम फ्लाइंग ने वार्ड नंबर 21 के नोहरिया बाजार की बावड़ी वाली गली में निर्मित की गई गली को लेकर नप सिरसा से आवश्यक दस्तावेजों का रिकॉर्ड तलब किया है। गोबिंद कांडा ने किया शिलान्यास पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने बताया कि बीतें अप्रैल माह में 24 तारीख को इस गली का निर्माण किया गया था, जिसका शिलान्यास भाजपा नेता गोबिंद कांडा व नगर परिषद चेयरमैन वीर शांति स्वरूप ने किया था। मगर निर्माण के बाद से ही घटिया सामग्री के कारण यह गली विवादों में आ गई। इसकी शिकायत उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल सहित अन्य संबद्ध अधिकारियों को भेजी थी और इसकी जांच की मांग की थी। इस तरह निर्माण और रिपेयरिंग हुई पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने बताया कि शुरू में गली बनाते ही इसकी टाइलें जमीन में बैठ गई और जलभराव होने लगा। विरोध के बाद इसे दोबारा बनाया गया। बारिश में टाइलें धंसने लगी और जगह-जगह गड्ढे से बन गए, जिसमें पानी ठहरने लगा। इसकी शिकायत नगर परिषद को की तो एक्सईएन दौरे के लिए आए। उस दौरान अनियमिताएं मिलने पर इसे दोबारा से बनाने के लिए कहा। ठेकेदार ने इसे उखाड़कर दोबारा बना दी। बारिश में फिर धंस गई तो इसकी रिपेयरिंग करा दी गई। अब बारिश में एक बार और टाइलें धंस गई। अब टाइलें उखाड़कर ठीक किया जा रहा है। यह गड़बड़ियां मिली गली में न टाइलें सही लगाई तो न कहीं लेवल। टाइलें लगाने से पहले कंक्रीट या अन्य सामग्री डालकर समतल नहीं किया। टेंडर के हिसाब से नहीं बनाई। 10 लाख से बनी है और पेमेंट भी रोकी नगर परिषद से एक्सईएन विजय कुमार ने बताया कि जहां-जहां पर गली निर्माण में अनियमिताएं मिली थी या धंसी हुई थी। इसलिए ठेकेदार को आदेश दिए है कि गली को दोबारा बनाया जाए। गली 10 लाख से बनी है और उसे दोबारा बनवाया जा रहा है। पेमेंट भी रोकी हुई है। अब जांच शुरू हो गई है। मामले में न्याय की मांग
नीतू सोनी ने बताया कि इस गली के निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल किए जाने के कारण पहली बारिश में हुई गली जगह-जगह से बैठ गई और इसे संबंधित ठेकेदार की ओर से चौथी बार रिपेयर किया गया। पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार व्यक्त करते हुए आशा जताई है कि इस अनियमितता के मामले में वार्डवासियों को न्याय मिलेगा।
सिरसा में एक गली चार बार बनी, फिर धंसी:घटिया सामग्री इस्तेमाल के आरोप, पूर्व पार्षद की शिकायत पर सीएम फ्लाइंग ने रिपोर्ट तलब
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