सिरसा शहर में शिव चौक पर दो पक्षों में हुए झगड़े का वीडियो सामने आया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक पक्ष के लोग लाठी-डंडे और हथियारों से लैस थे। वह दूसरे पक्ष पर लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला करते हैं और ईंट-पत्थरों से पत्थराव करते हैं। हमले में उनके साथ महिलाएं भी शामिल थी। जब पुलिस आती है तो वह पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई करते हैं और उनके रोकने पर नहीं रूकते। कुछ देर बाद पुलिसबल की गाड़ी पहुंची तो मामला शांत हुआ। इस झगड़े में करीब पांच से छह लोग घायल हो जाते हैं। यह झगड़ा चुनावी झगड़े और साइबर फ्रॉड से जुड़े मामले में रंजिशन किया गया था। राजेंद्र लडवाल और विनोद बामनिया के बीच यह झगड़ा हुआ। दोनों पक्षों का एक-दूसरे पर आरोप है कि गाली-गलौज के बाद दुकान के अंदर पत्थराव किया गया। यह झगड़ा रविवार सुबह हुआ था, जिसका वीडियो अब सामने आया है। पुलिस को भी दोनों पक्षों के बयान पर आगामी कार्रवाई करेगी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। झगड़े के बाद पुलिस की लगातार गश्त जारी है। यह कहना है दोनों पक्षों का राजेंद्र लडवाल ने बताया कि गौतम गाड़ी लेकर आया और वह गाली देने लगा। वह गाली देकर गाड़ी लेकर भाग रहा था। तभी उसकी मां और परिवार वाले डंडे लेकर आ रहे थे और साथ में दोनों भाई। उन्होंने उसकी गाड़ी पर ईंट फेंककर मारी तो शीशा टूट गया। ऐसे में वह दुकान के अंदर गेट बंद कर छिप गया। जब उसका भाई राजेंद्र दुकान पर आया तो उसे वहीं पर पकड़ लिया। इसके 10 मिनट बाद भाई राजेंद्र का बेटा आता है और उसे छुटवाता है। तभी उसका बेटा भी वहां पर आ गया तो महिला दर्शना ने पकड़ लिया और पीछे से उसे दबाेच लिया। गौतम ने उसके बेटे के सिर पर पर ईंट मार दी। साइबर फ्रॉड में फंसवाना चाहता राजू :विनोद विनोद बामनिया ने बताया कि उन पर राजेंद्र और उसके भाईयों ने उनके साथ गाली-गलौज की और हमला किया। उसकी पत्नी दर्शना, बेटे गौतम को चोटें लगी है। आरोप है कि राजू उसके बेटे को साइब्रर फ्रॉड के मामले में फंसाना चाहता है। इसके चलते यह साजिश रच रहा है। ऐसे खुलवा रखे खाते, जिस कारण मुंबई-गुरुग्राम की पुलिस लगा रही चक्कर राजेंद्र लडवाल ने बताया कि 12 जुलाई को पंजाब के मुक्तसर से इनके घर पुलिस आई थी। विनोद बामनिया के बेटे ने करीब 120 खाते खुलवाए है, जो अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों के। कभी मुंबई से पुलिस आती है तो कभी गुरुग्राम से। कभी पंजाब से बरनाला से पुलिस आई थी। अब यह मुक्तसर से पुलिस आई थी। इनको शक हो गया कि राजू लाडवाल ने यह पुलिस बुलाई है। पुलिस एक लड़के के उठाकर ले गई है, उसने बयान में बताया कि महक फूल भंडार से विनोद बामनिया के बेटे गौतम ने उसका खाता खुलवाया था। उस लड़के के बयान पर यहां पुलिस आई थी और सुबह 7 बजे इसे घर से उठाकर ले गई थी। 12 जुलाई को पुलिस के जाने के बाद इन्होंने उसके बेटे को फोन किया और गालियां दी। उसने बेटे से कहा कि तेरे बाप ने हमें पकड़वाने के लिए पुलिस बुलाई है। इसके बाद बेटे का उसके पास फोन आया और कहा कि घर आओ। मेरा कोई राेल नहीं है और इसकी पंचायत में बात करेंगे। इन्होंने पहले ही साजिश रची हुई थी और पहले ही कस्सी के डंडे नए मंगवा लिए। 13 जुलाई को दुकान पर आते ही इन्होंने हमला कर दिया। यह प्लानिंग से काम हुआ है। इसके बाद बिगड़ा मामला एक माह पहले पंजाब के मुक्तसर से एक लड़के को उठाने के लिए पुलिस आई थी तो समाज के लोगों ने इसे पेश करने के लिए पांच दिन का समय मांगा था। इसके बाद वह और 5-6 लोग हम पंचायत लेकर मुक्तसर गए। वहां पर एसएचओ से मिले तो लड़के ने बताया कि गौतम ने खाते खुलवाए है। हालांकि, विनोद व गौतम ने कभी उनके साथ झगड़ा नहीं किया। अब किस ने उनको भड़काया है। जब हमला हुआ तो एसएचओ को 10 बार फोन किए थे, पर वह बोले कि फोर्स को फोन करता हूं। इसकी निष्पक्ष जांच हो।
सिरसा में दो पक्षों में चले लाठी-डंडे, वीडियो:हमले में 4-5 लोगों को आई चोटें, साइबर फ्रॉड-चुनावी झगड़े की रंजिश, पुलिस से हाथापाई
2