सिरसा में बिजनेसमैन से 20 लाख की ठगी:कंपनी में इनवस्टमेंट के लिए आइडी बनाई, न कमीशन ट्रांसपोर्ट खर्चा, बाद में किया मना

by Carbonmedia
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सिरसा में एक बिजनेसमैन से 20 लाख रुपए की ठगी हो गई। फतेहाबाद के दो लोगों ने कंपनी में इनवस्टमेंट के लिए उसके व उसके परिवार की आइडी बना दी और बाद में 25 लाख रुपए खाने में डलवा लिए। उसे 5 लाख रुपए वापस मिल गए। मगर 20 लाख रुपए वापस मांगे तो कंपनी के एमडी ने साफ कह दिया कि कंपनी के पास पैसे नहीं है। ऐसे में उसके साथ ठगी हो गई। इस मामले में शहर थाना पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने घायल बिजनसमैन विशाल सचदेवा के बयान पर फतेहाबाद जिले के खाताखेड़ी निवासी कुलवंत और हिमायुंखेड़ा वासी शिंद्रपाल और कंपनी के एमडी राजेश कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में सिरसा के ब्लॉक 30 निवासी विशाल सचदेवा का कहना है कि 20 अप्रैल 2024 को फतेहाबाद जिले के खाताखेड़ी निवासी कुलवंत और हिमायुंखेड़ा वासी शिंद्रपाल Teamway Company का बिजनेस मॉडल लेकर आए और उसे काम करने पर प्राेफिट समझाया। उसने मना कर दिया। 24 जुलाई मौजदीन वासी दोस्त शंकर से मिला तो कुलवंत ने दोबारा से Teamway Company का प्लान बताया और कहा कि बहुत पैसे आ रहे हैं। उसने व शंकर ने हां भर दी। ऐसे हुई आइडी जनरेट विशाल ने बताया कि कुलवंत ने उसकी माता आशा के नाम पर आइडी जनरेट कर दी। उसी समय उसने पांच हजार रुपए राशि ट्रांसफर कर दी और एक आइडी पत्नी सुनीना देवी के नाम पर एक हजार रुपए की राशि डाल जनरेट कर दी। कुलवंत ने एक आइडी उसके खुद के नाम जनरेट कर चार हजार की राशि काट दी। उसके बाद काम अच्छा चला और प्रोडेक्ट्स की काफी डिमांड आने लगी, पर पीछे से सप्लाई कम थी। 5 प्रतिशत कमीशन देने की कही बात विशाल ने बताया कि कुलवंत ने अपने सीनियर जींद के बड़ौदा के राजेश कुमार से फोन पर बात कराई और कहा कि इस कंपनी की मोबाइल फ्रेंचाइजी ले लो। इसमें आपको 5 प्रतिशत कमीशन मिलेगा और तीन हजार रुपए राशि 11 माह के हिसाब से मिलेगी। उसने ऑनलाइन 50 हजार, 45 हजार , 22 हजार व चार हजार की राशि बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी और चार हजार कुलवंत को नकद दिए। 1.25 लाख रुपए में मोबाइल फ्रेंचाइजी खुल गई। काम अच्छा चला, पर सप्लाई कम आने लगी। डिमांड बढ़ी तो सप्लाई आने लगी कम विशाल ने बताया कि राजेश कुमार ने बहाना बनाया कि प्रोडेक्ट की डिमांड ज्यादा होने पर बनावट नहीं हो रही। फिर पूरे एरिया की डिस्ट्रिक्ट फ्रेंचाइजी लेने का दबाव बनाया और हरियाणा-पंजाब मे ंसप्लाई पर 10 प्रतिशत कमीशन मिलेगा। उसने अपने साले तरुण भारत गुलाटी से 1250000 रुपए लोन लिया और 1150000 अपने पिता ओमप्रकाश से लिए। एक लाख का प्रबंध खुद किया। 25 लाख देने पर खोली फ्रेंचाइजी विशाल ने बताया कि 5 सितंबर को उसने 15 लाख और दो दिन बाद सात लाख रुपए खाते में डाल दिए। कुल 22 लाख राशि देने के बाद कुलवंत बोला कि 25 लाख रुपए जमा होने के बाद फ्रेंचाइजी कोड ओपन होगा। राजेश व कुलवंत ने उसे कहा कि आपके तरफ से हम तीन लाख रुपए दे देते हैं और शाम तक फ्रेंचाइजी ओपन हो गई। इसके बाद 1.70 लाख ऑनलाइन और 1.30 लाख रुपए नकद गगनदीप कौर C/o कुलवन्त सिंह को दे दिए। बाद में कुलवंत और राजेश ने माल सप्लाई के लिए व्हाटस से डिटेल भेजी। पूरा माल आने के बाद कम आया और करीब चार लाख का आया। उसे 25 लाख में से पांच लाख बिलिंग में मिले। 10 के बजाय 9 प्रतिशत कमीशन मिला और ट्रांसपोर्ट कॉरियर का जिक्र नहीं था। उसने राजेश से फोन पर बात की तो उसकी पुणे-महाराष्ट्र के एमडी वेंकेटेश यशवंत से बात कराई और उन्होंने कहा कि आप अच्छा काम कर रहे तो पुणे आने का न्यौता दिया। एमडी बोले, कमीशन व ट्रांसपोर्ट खर्च कम करवा देंगे विशाल ने बताया कि 9 अक्टूबर को पुणे में मुलाकात की और कहा कि कमीशन व ट्रांसपोर्ट खर्च कम करवा देंगे। इस पर उसने हां भर दी, पर एक माह तक कमीशन नहीं आया। उसके बाद एमडी को बताया तो संतोषजनक जवाब नहीं दिया। बाद में एमडी ने बिलकुल मना कर दिया। उसकी 21 मार्च 2025 को अग्रोहा धाम में मीटिंग हुई, पर कोई जवाब नहीं मिला। पता चला कि अब राजेश कुमार व गुरमीत कुमार अपने भांजे के नाम पर अलग कंपनी बना रहे हैं। ऐसे मे ंउसके साथ फ्रॉड हुआ है और 20 लाख रुपऐ की धोखाधड़ी कर ली और सात लाख कमीशन भी नहीं दिया।

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