Constables Appointment Letters: बिहार में एक के बाद एक बड़ी आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठ रहे हैं. चुनावी वर्ष में कानून व्यवस्था पर विपक्ष लगातार सरकार की घेराबंदी कर रहा है. सीएम नीतीश के पास गृह विभाग है. बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए बिहार सरकार लगातार कदम उठा रही है.
बिहार पुलिस के लिए महत्वपूर्ण दिन
इसी बीच आज बिहार पुलिस के लिए महत्वपूर्ण दिन है. पटना में बापू सभागार में सीएम नीतीश ने नवनियुक्त सिपाहियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया है. 21,391 नवनियुक्त सिपाहियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं. कार्यक्रम में डिप्टी सीएम एवं सम्राट चौधरी, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा, जदयू कोटे के मंत्री विजय चौधरी, विजेंद्र यादव व तमाम वरीय अधिकारी मौजूद रहे.
इस मौके पर सभी नवनियुक्त सिपाहियों को शपथ दिलाई गई. सभी सिपाहियों ने आजीवन शराब का सेवन नहीं करने की शपथ ली. सभी सिपाहियों को बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने में अपनी भूमिका निभाने की भी शपथ दिलाई गई. विधि व्यवस्था सुढृढ़ रहे इसके लिए पुलिसकर्मियों की नियुक्तियां की जा रही है. बिहार सरकार ने इस साल के अंत तक बिहार पुलिस में खाली हुए सभी पदों को भरने का फैसला किया है.
सीएम नीतीश ने X पर पोस्ट कर कहा है कि 24 नवम्बर 2005 को नई सरकार बनने के समय बिहार पुलिस में कार्यरत बल की संख्या मात्र 42,481थी. वर्ष 2006 से कानून व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए पुलिस बल की संख्या में लगातार बढ़ोतरी की गई. पुलिस बल की संख्या को और बढ़ाना है तथा इसके लिए कुल 2 लाख 29 हजार से भी अधिक पदों का सृजन कर तेजी से पुलिसकर्मियों की बहाली की जा रही है.
स्वीकृत बल के अनुरूप सभी पदों को इस साल के अंत तक भर दिया जाएगा. इससे अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में पुलिस की उपस्थिति बढ़ेगी और आम नागरिकों की बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी. आज कार्यक्रम को सीएम नीतीश ने संबोधित किया. मुख्यमंत्री ने डीजीपी को खड़ा होने को बोला और कहा जल्दी से जल्दी और बहाली कीजिए. 55 हज़ार सिपाहियों की बहाली और कीजिए.
नीतीश कुमार ने क्या कहा?
नीतीश ने अपने भाषण में कहा कि बहुत ही खुशी की बात है. बहुत अच्छे ढंग विभाग ने किया है. हम लोगों ने पुलिस में पहले से ही काम किया. सबसे पहले हम लोगों ने तय किया 2013 में की पुलिस में महिलाओं को 35% का आरक्षण दिया जाए. पहले क्या स्थिति थी. कुछ भी था पहले? 24 नवंबर 2005 को हम आए, उसके पहले दूसरे का राज था. पहले क्या स्थिति थी. उस समय पुलिस में स्वीकृत बल की संख्या 51000 की थी. मात्र 42481 पुलिस कार्यरत थे.
नीतीश कुमार ने कहा कि हम आए तो देखा कि पुलिस की संख्या कम है. इसलिए हमने संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया. हम आए तो इनकी संख्या 110000 हुआ. अभी हम लोगों को और बढ़ाना है. हम लोगों ने पहले कह दिया की 229000 इनकी संख्या होनी चाहिए.
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सीएम ने 21,391 नवनियुक्त सिपाहियों को बांटे नियुक्ति पत्र, कहा- जब 2005 में हम आए..
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