भास्कर न्यूज | अमृतसर श्री अकाल तख्त साहिब के स्थापना दिवस के अवसर पर चीफ खालसा दीवान के पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा गुरुद्वारा श्री कलगीधर साहिब में श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी की पवित्र स्मृति को समर्पित अरदास की गई। सीकेडी प्रधान डॉ. इंद्रबीर सिंह निज्जर ने कहा कि श्री गुरु साहिब ने श्री अकाल तख्त साहिब की स्थापना करके ‘मीरी-पीरी’ के सिद्धांत के माध्यम से भक्ति और शक्ति का समन्वय किया और पंथ को एक नई दिशा और मार्गदर्शन प्रदान किया। दीवान के सदस्यों ने अकाल पुरख के समक्ष अधिकार, सत्य और न्याय के रास्ते पर चलने की शक्ति प्रदान करने तथा सिख कौम की एकता और चढ़दी कला (उन्नति) के लिए श्रद्धा के साथ अरदास की। प्रधान संतोष सिंह सेठी और सचिव रमणीक सिंह ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब न केवल सिखी की मर्यादा और आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र है, बल्कि खालसा की स्वतंत्र विशिष्ट पहचान, पंथक एकता, साझा सोच और आत्मिक ऊंचाई को बनाए रखने वाला केंद्र भी है। इस अवसर पर जसपाल सिंह ढिल्लों, जसपाल सिंह, डॉ. आत्मजीत सिंह बसरा, हरमनजीत सिंह, आदर्शपिंदर सिंह मान, सरजोत सिंह साहनी, गुरबख्श सिंह बेदी, महिंदर सिंह, तरलोचन सिंह, बलविंदर सिंह बवेजा और डॉ. जसविंदर कौर माहल मौजूूद थे।
सीकेडी ने की पंथ की एकता और चढ़दी कला की अरदास
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