सिरसा की चौ. देवीलाल यूनिवर्सिटी (सीडीएलयू) की महिला कर्मचारी के पति से ठगी करने के मामले में सिरसा पुलिस ने पंजाब से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान पंजाब के फाजिल्का जिले के गांव धांडी के रहने वाले संदीप सिंह और फिरोजपुर जिले के गांव निधाना निवासी मलकीत सिंह के रूप में हुई है। अभी मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है, जिसकी तलाश जारी है। इन आरोपियों का रोल है कि इन्होंने फर्जीवाड़े के मुख्य गिरोह तक लोगों के खाते से संबंधित दस्तावेज जुटाकर आगे पहुंचाने का काम किया है। यह लोगों से उनके खातों के दस्तावेज पैसों में खरीदते थे और खाते में पैसे आने के बाद उनको हिस्सा देते थे। इन दोनों ने भी यह काम किया। ऐसे में मुख्य सरगना को भी जल्द पकड़ा जाएगा। ऐसे में आमजन किसी को भी अपने खाते से संबंधित दस्तावेज सांझा करे। वरना किसी को भी साइबर ठग ठगी का शिकार बना सकते हैं। डॉक्टर बनकर फोन किया और 40 हजार डलवा लिए
साइबर थाना प्रभारी एसआई सुभाष चंद्र ने बताया कि शिकायतकर्ता मोहन लाल की पत्नी सीडीएलयू में कर्मचारी है और वह उसी के साथ सीडीएलयू डी-2 में रहता है। 19 नवंबर 2024 को एक अज्ञात व्यक्ति ने स्वयं को जयपुर का डॉक्टर बताकर मोबाइल पर कॉल की और QR कोड भेजकर मेडिकल स्टोर को भुगतान के नाम पर 40 हजार रुपए की ठगी कर ली। मोहन ने बताया कि उसे विश्वास में आकर10-10 हजार रुपए की चार ट्रांजेक्शन करवा ली और कुल 40 हजार रुपए की राशि ट्रांसफर करवा ली। इसके बाद उसने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामले में जांच की और प्राथमिक जांच के आधार पर पंजाब के दो लोग संलिप्त मिले। इस पर 12 जून 2025 को धारा 318(4) बीएनएस दर्ज किया गया। पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को भेजा जेल
साइबर थाना प्रभारी एसआई सुभाष चंद्र ने बताया कि दोनों आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। मामले की जांच जारी है और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है। पुलिस आमजन से अपील करती है कि अनजान लिंक, कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें और कोई भी संदिग्ध गतिविधि तत्काल नजदीकी थाना या साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर सूचित करें।
सीडीएलयू कर्मचारी के पति से ठगी, दो पंजाब से पकड़े:जयपुर का डॉक्टर बन किया फोन, खाते के दस्तावेज फ्रॉड से आगे पहुंचाए
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