उत्तर प्रदेश के सीतापुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला की सांप के काटने से मौत हो गयी. लेकिन एक तांत्रिक ने महिला को ज़िंदा करने का दावा किया और शव को 24 घंटे के लिए गोबर में दबा दिया. महिला ज़िंदा नहीं हुई तो परिजनों का आक्रोश देख तांत्रिक भाग गया.
जानकारी के मुताबिक चकपुरवा गांव की निवासी कलावती पत्नी अर्जुन, गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे गोबर के उपले सही कर रही थीं, तभी एक जहरीले सांप ने उन्हें काट लिया. उसके बेटे अनिल कुमार ने बताया कि हम मां को पहले बिसवां खुर्द के एक वैद्य के पास ले गए, जहां 2 घंटे तक इलाज चला. हालत बिगड़ने पर हम उन्हें खैराबाद के बीसीएम अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बाबा कृपालनाथ ने ज़िंदा करने का दावा किया
परिजन जब शव को घर लेकर पहुंचे, तभी हजरतपुर और इच्छागांव की कुटी में रहने वाले बाबा कृपालनाथ ने दावा किया कि वह तंत्र-मंत्र से कलावती को 24 घंटे में जिंदा कर देगा. बाबा ने शव को गोबर में दबाने की सलाह दी, और परिजन अंधविश्वास में पड़कर इस पर अमल कर बैठे.
बाबा का दावा और भीड़ का तमाशा
बाबा कृपालनाथ ने दावा किया कि 24 घंटे तक शव को गोबर में दबाए रखने से कलावती जीवित हो जाएगी. इस हैरतंगेज दावे की खबर फैलते ही चकपुरवा गांव में आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई. कुछ लोग इसे अंधविश्वास मान रहे थे, तो कुछ बाबा के करिश्मे की उम्मीद में डूबे थे. शुक्रवार रात 8 बजे तक भीड़ बढ़ती गई, और बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे, जिनके दखल के बाद शव गोबर से निकाला गया.
बाबा हुआ मौके से फरार
रात 9 बजे जब शव को गोबर से निकाला गया, तो वह जिंदा होने के बजाय सड़ चुका था. परिजनों में कोहराम मच गया, जबकि बाबा कृपालनाथ मौके से फरार हो गया. अनिल कुमार ने बताया कि हमें बाबा की बातों पर भरोसा हो गया था, लेकिन अब हमें अपनी गलती का एहसास हुआ है.
उधर अभी इस मामले में पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. परिजनों ने बाबा के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की है, जिस कारण पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा.
(सीतापुर से पंकज सिंह गौर की रिपोर्ट)
सीतापुर: सांप के काटने से महिला की मौत, तांत्रिक के अंधविश्वास में आए परिजन कर बैठे ऐसा काम
4