सुप्रीम कोर्ट में तीन नए जजों ने शपथ ली. चीफ जस्टिस भूषण रामाकृष्ण गवई ने उन्हें पद की शपथ दिलाई. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इन जजों की सिफारिश 26 मई को केंद्र सरकार को भेजी थी. 29 मई को राष्ट्रपति ने इसे स्वीकार कर लिया था.
सुप्रीम कोर्ट ऑडिटोरियम में हुए समारोह में सबसे पहले जस्टिस निलय विपिनचन्द्र अंजारिया ने शपथ ली. अभी तक वह बॉम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस थे. वैसे जस्टिस अंजारिया का मूल हाई कोर्ट गुजरात है. सुप्रीम कोर्ट में उनका कार्यकाल 23 मार्च 2030 तक होगा.
इसके बाद जस्टिस विजय बिश्नोई ने शपथ ली. हिंदी में शपथ लेने वाले जस्टिस बिश्नोई मूल रूप से राजस्थान हाई कोर्ट से हैं. सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति से पहले वह गौहाटी हाई कोर्ट में बतौर चीफ जस्टिस काम कर रहे थे. वह 25 मार्च 2029 को सेवानिवृत्त होंगे.
जस्टिस बिश्नोई के बाद जस्टिस अतुल शरदचंद्र चंदुरकर ने पद की शपथ ली. अभी तक जस्टिस चंदुरकर बॉम्बे हाई कोर्ट में जज थे. सुप्रीम कोर्ट में उनका कार्यकाल 7 अप्रैल 2030 तक होगा.
इस समय सुप्रीम कोर्ट में स्वीकृत 34 जजों में से तीन पद खाली थे. नई नियुक्तियों के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो गई है. हालांकि, 9 जून को जस्टिस बेला त्रिवेदी का कार्यकाल खत्म होने वाला है. उनके लिए औपचारिक विदाई बेंच का आयोजन पहले ही किया जा चुका है. उनके रिटायरमेंट के बाद एक पद खाली हो जाएगा.