सोनीपत की बेटी ने अखाड़ा प्रतियोगिता में दिखाया दम:पंचकूला में मिला हरियाणा कुमारी का टैग; ओलंपिक में जाने का सपना

by Carbonmedia
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हरियाणा को खेलों की नर्सरी कहा जाता है, जहां के खिलाड़ी देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का परचम लहराते आ रहे हैं। यहां की मिट्टी ने अनेक ओलिंपिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को जन्म दिया है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सोनीपत की बेटी मीनाक्षी ने पंचकुला में आयोजित अखाड़ा प्रतियोगिता में “हरियाणा कुमारी” का खिताब जीतकर प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है। पंचकुला में 20 से 23 जून तक आयोजित राज्य स्तरीय अखाड़ा प्रतियोगिता में मीनाक्षी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ‘हरियाणा कुमारी’ का खिताब अपने नाम किया। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें गदा और नकद इनाम देकर सम्मानित किया गया। मीनाक्षी की इस जीत से न केवल सोनीपत बल्कि पूरे हरियाणा में खुशी की लहर दौड़ गई। सोनीपत में हुआ भव्य स्वागत, जिम में किया गया सम्मान खिताब जीतने के बाद जब मीनाक्षी सोनीपत लौटीं, तो उनके जिम में साथी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। समारोह में उन्हें फूल-मालाओं से लादकर सम्मानित किया गया और उनकी उपलब्धियों की सराहना की गई। जिम के कोच और प्रशिक्षकों ने उन्हें जिले की प्रेरणा बताया। जीत को कोच और परिवार को समर्पित किया मीनाक्षी ने प्रतियोगिता के बाद कहा कि यह जीत उनके कोच और परिवार को समर्पित है, जिनका समर्थन और विश्वास हमेशा उनके साथ रहा। उन्होंने कहा कि यह सफलता वर्षों की मेहनत, समर्पण और परिवार की मजबूत इच्छाशक्ति का परिणाम है। अब उनका अगला लक्ष्य वर्ल्ड रैंकिंग में जगह बनाना है। साथी खिलाड़ियों ने बताया जुझारू और समर्पित जिम में उनके साथ अभ्यास करने वाले खिलाड़ी आशीष सुहाग ने बताया कि मीनाक्षी ने हर स्तर पर कठिन अभ्यास किया है। उन्होंने मीनाक्षी को जुझारू, मेहनती और पूरी तरह समर्पित खिलाड़ी बताया। आशीष ने युवाओं से अपील की कि वे गलत रास्तों से दूर रहकर खेल और शिक्षा में ध्यान दें, जिससे वे अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकें। 14 वर्षों से कुश्ती में सक्रिय, इंटरनेशनल स्तर पर 7 मेडल मीनाक्षी ने बताया कि वह बीते 14 वर्षों से कुश्ती में सक्रिय हैं। वह अपने परिवार की पहली पहलवान हैं। उनके परिवार में पहले कोई भी रेसलिंग से नहीं जुड़ा था, लेकिन बचपन से ही उनकी इच्छा एक पहलवान बनने की थी। अब तक वे सात बार इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में मेडल जीत चुकी हैं और कई बार राष्ट्रीय स्तर पर भी पदक अपने नाम कर चुकी हैं। अब लक्ष्य वर्ल्ड रैंकिंग और एशियन चैंपियनशिप मीनाक्षी फिलहाल 2025 में होने वाली सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप की ट्रायल की तैयारी में जुटी हैं। इसके बाद वह एशियाई सिंह चैंपियनशिप में भी भाग लेने की योजना बना रही हैं। उनका लक्ष्य है कि आने वाले समय में वह देश के लिए वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतें और विश्व रैंकिंग में अपना स्थान सुनिश्चित करें।

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