सोनीपत डीसी कार्यालय के पीए शशांक शर्मा की भूमिका गंभीर मानी जा रही है। रिश्वतखोरी और संदिग्ध लेन-देन की जांच में कई नए खुलासे हो रहे हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है और कई लोगों से पूछताछ की संभावनाएं जताई जा रही हैं। आरोपी शशांक को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। एसीबी को कई अहम सबूत मिले हैं। कोर्ट में पेशी और रिमांड पर भेजा गया शशांक
सोमवार को आरोपी शशांक शर्मा को प्रोडक्शन वारंट के तहत सोनीपत की नरेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया गया। कोर्ट में एसीपी द्वारा आरोपी को रिमांड पर लेने की मांग की गई। अदालत के समक्ष अलग-अलग बैंक ट्रांजैक्शन का हवाला देते हुए दलील दी गई, जिसके आधार पर कोर्ट ने आरोपी शशांक को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए रोहतक ले जाया गया। 25 लाख की एफडी, शशांक के खाते से 15 लाख ट्रांसफर
एसीबी जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि शशांक शर्मा की मां के नाम पर 25 लाख रुपए की फिक्स डिपॉजिट (FD) करवाई गई थी। इसमें से 15 लाख रुपए सीधे शशांक के बैंक खाते से ट्रांसफर किए गए, जबकि बाकी 10 लाख रुपए अन्य खातों से ट्रांसफर हुए। अब जांच एजेंसी यह पता लगाने में जुटी है कि वे अन्य खाते किसके हैं और पैसे ट्रांसफर करने वाले लोग कौन हैं।
मामले में और नाम जुड़ने की आशंका
सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले में शशांक शर्मा के साथ-साथ और भी कई लोगों की संलिप्तता की आशंका है। एसीबी उन सभी लोगों की जांच कर रही है जिनके खाते से संदिग्ध ट्रांजैक्शन हुए हैं या जिनका शशांक से सीधा संपर्क रहा है। आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं। ये था पूरा मामला जानकारी अनुसार, 20 जून को ACB ने लघु सचिवालय में छापा मार कर DC के पीए शशांक को रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम ने तलाशी में उसके ऑफिस से 3 लाख 50 हजार रुपए कैश भी बरामद किया। रोहतक एसीबी के DSP सोमबीर ने बताया है कि डीसी ऑफिस में कार्यरत जितेंद्र कुमार ने शिकायत दी थी कि डीसी का पीए शशांक शर्मा राई तहसील में रजिस्ट्री क्लर्क लगवाने के नाम पर 5 लाख रुपए की डिमांड कर रहा था। गिरफ्तारी के बाद 23 जून को शशांक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था, जहां वह अब तक बंद था। आज कोर्ट में पेश किया गया है और मंगलवार को उसे फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा। घर से मिले थे लाखों के जेवरात, कैश शशांक डेढ़ लाख रुपए एडवांस ले चुका था। इसके बाद पीड़ित की शिकायत का संज्ञान लिया गया। शिकायतकर्ता को डिमांड की रकम लेकर पीए के पास भेजा गया था। वहां जब शिकायतकर्ता ने रकम पीए के हाथ में दी, उसके थोड़ी देर बाद ही टीम मौके पर पहुंच गई। उसके घर से भी 5.75 लाख कैश और लाखों के जेवर बरामद हुए थे। साथ ही मोबाइल फोन में भी ट्रांजैक्शन मिला था। एडवोकेट युद्धवीर का बयान एडवोकेट युद्धवीर ने बताया कि शुक्रवार को प्रोडक्शन वारंट के तहत एप्लीकेशन लगवाई गई थी। आरोपी शशांक शर्मा को आज कोर्ट में पेश किया गया और जहां नरेंद्र सिंह की कोर्ट ने उसे एक दिन के रिमांड पर लेने की इजाजत दी है। कई और बड़े खुलासे होने की संभावना है। कल दोपहर बाद दोबारा पेश किया जाएगा। इसी मामले में छानबीन में लगी एसीबी ने कार्रवाई करते हुए कंप्यूटर ऑपरेटर अनूप सिंह और राजेश को गिरफ्तार किया था । मामले की जांच में सामने आया है कि अनूप सिंह ने पिछले वर्षों में 20 बार में कुल 3,13,000 रुपए और राजेश ने 16 बार में 2,87,000 रुपए की रिश्वत शशांक को दी थी।
सोनीपत के डीसी के पीए का रिश्वत कांड मामला:शशांक कोर्ट में पेश; एक दिन के रिमांड पर, मां के नाम मिली 25 लाख की एफडी
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