सोनीपत में राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) गिरफ्तार किए गए डीसी के पीए शशांक से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद भ्रष्टाचार में संलिप्त मिले अन्य कर्मियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। एसीबी ने बीती शाम को इस मामले में डीसी कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर अनूप सिंह और एसडीएम कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर राजेश को गिरफ्तार किया। दोनों को आज मंगलवार को कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा। जानकारी अनुसार, 20 जून को ACB ने लघु सचिवालय में छापा मार कर DC के पीए शशांक को रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम ने तलाशी में उसके ऑफिस से 3 लाख 50 हजार रुपए कैश भी बरामद किया। रोहतक एसीबी के DSP सोमबीर ने बताया है कि डीसी ऑफिस में कार्यरत जितेंद्र कुमार ने शिकायत दी थी कि डीसी का पीए शशांक शर्मा राई तहसील में रजिस्ट्री क्लर्क लगवाने के नाम पर 5 लाख रुपए की डिमांड कर रहा था। शशांक उससे डेढ़ लाख रुपए एडवांस ले चुका था। इसके बाद पीड़ित की शिकायत का संज्ञान लिया गया। शिकायतकर्ता को डिमांड की रकम लेकर पीए के पास भेजा गया था। वहां जब शिकायतकर्ता ने रकम पीए के हाथ में दी, उसके थोड़ी देर बाद ही टीम मौके पर पहुंच गई। उसके घर से भी 5.75 लाख कैश और लाखों के जेवर बरामद हुए थे। साथ ही मोबाइल फोन में भी ट्रांजैक्शन मिला था। इसी मामले में छानबीन में लगी एसीबी ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए कंप्यूटर ऑपरेटर अनूप सिंह और राजेश को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच में सामने आया है कि अनूप सिंह ने पिछले वर्षों में 20 बार में कुल 3,13,000 रुपए और राजेश ने 16 बार में 2,87,000 रुपए की रिश्वत शशांक को दी थी। दोनों प्रति माह 10 हजार से 15 हजार रुपए की मंथली रिश्वत देते थे। ACB दोनों आरोपियों को आज मंगलवार को सोनीपत की अदालत में पेश करेगी। मामले की जांच जारी है और अन्य संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी की संभावना है।
सोनीपत डीसी कार्यालय रिश्वत केस:PA के बाद ACB ने दो कंप्यूटर ऑपरेटर दबोचे; हर माह 15 हजार मंथली देते थे
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