दिल्ली के अलीपुर में प्रॉपर्टी डीलर प्रवीण गुप्ता द्वारा दर्ज दो एफआईआर के निपटारे के बदले दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील जैन ने प्रवीण लाकडा से एक करोड़ रुपए की डील की थी। सोनीपत के विपिन के रिश्तेदार प्रवीण लाकडा के खिलाफ दर्ज मामले की इस डील के तहत पहले किश्त के तौर पर 30 लाख रुपए शुक्रवार को दिए गए। जिसके दौरान इंस्पेक्टर सुनील जैन के भाई के स्कूल में कार्यरत क्लर्क संदीप को सोनीपत में रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया, जबकि इंस्पेक्टर सुनील को दिल्ली से दबोचा गया। यह कार्रवाई रोहतक और सोनीपत की एसीबी टीम ने संयुक्त रूप से की। वे दोनों एफआई आर जिनके एवज में मांगे एक करोड पहली FIR: बीच सड़क पर जानलेवा हमला, गाड़ी तोड़ी, धमकी दी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 26 अप्रैल 2025 की शाम करीब 6 बजे वह अपने ऑफिस से अलीपुर स्थित घर लौट रहे थे, जब य-पॉइंट फुट ओवर ब्रिज के पास एक सफेद हुंडई गाड़ी ने अचानक उनकी गाड़ी के आगे ब्रेक लगाकर रास्ता रोक लिया। गाड़ी से 4-5 युवक निकले, जिनके हाथ में लोहे की रॉड और डंडे थे। उन्होंने गाड़ी पर हमला किया और खिड़की खोलकर प्रवीण को बाहर खींचकर पीटना शुरू कर दिया। गंभीर चोटों के बाद प्रवीण गुप्ता को अस्पताल में भर्ती कराया गया और थाना अलीपुर में प्रवीण लाकडा के खिलाफ U/S 110/126(2)/324(4)/351(2)/3(5) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया। दूसरी FIR: एक करोड़ की रंगदारी मांगी, DVR और 5 लाख लूटे शिकायतकर्ता प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 10 अगस्त 2024 को उसको अज्ञात नंबर से फोन कॉल आई। जिसमें एक करोड़ रुपए की मांग की गई और ना देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। बाद में फोन करने वाले ने खुद को प्रवीण लाकड़ा बताया और अपशब्द कहे।
उसके बाद आरोप लगाते हुए कहा कि दिन में करीब 4:38 बजे, उनके ऑफिस पर दो गाड़ियों में सवार 8-10 लोग पहुंचे और गाली-गलौच करते हुए DVR सिस्टम और टेबल में रखे पांच लाख रुपए लूट लिए। उनके कर्मचारी अनुराग चौधरी और भतीजे अंशु गुप्ता ने घटना की पुष्टि की। प्रवीण गुप्ता ने बताया कि जब उनके भाई संजय गुप्ता ने कॉल करके बात की तो फोन करने वाले ने उन्हें भी जान से मारने की धमकी दी। इस प्रकार दूसरे मामले में थाना अलीपुर में प्रवीण लाकडा के खिलाफ विभिन्न धाराओं 502/24 U/S 333/305/308(4)/351(2)/3(5) BNS थाना अलीपुर में दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर सुनील जैन ने की 1 करोड़ की डील, रिश्वत में मांगे 70 लाख दोनों एफआईआर के बाद इन मामलों को दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील जैन के पास इन्वेस्टिगेशन के लिए ट्रांसफर किया गया। यहीं से कथित तौर पर सेटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। आरोप है कि सुनील जैन ने प्रवीण लाकड़ा को एक केस में बचाने और दूसरे में राहत देने के नाम पर एक करोड़ रुपए की डील की। डील को बाद में 70 लाख रुपए में तय किया गया और 30 लाख रुपए की पहली किश्त देने की बात हुई। इस रकम को इंस्पेक्टर सुनील जैन के कहने पर उसके भाई के स्कूल G-3 (सोनीपत) में क्लर्क के तौर पर कार्यरत संदीप को देने की योजना बनाई गई। रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़े गए, इंस्पेक्टर दिल्ली से गिरफ्तार जैसे ही 30 लाख रुपए की रकम क्लर्क संदीप को सौंपी गई, ACB की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद एक अन्य टीम ने इंस्पेक्टर सुनील जैन को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है और मामले की जांच कर रही है। एसीबी की यह कार्रवाई बेहद योजनाबद्ध और सटीक रही। दोनों आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। इस मामले में विस्तृत पूछताछ की जाएगी ताकि इसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका भी स्पष्ट हो सके। लाकड़ा और गुप्ता की रंजिश में गहराया विवाद प्रवीण गुप्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपी प्रवीण लाकड़ा से उनका पुराना विवाद चला आ रहा है। पहले भी उसने कई बार धमकी दी थी और उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई जा चुकी थी।दोनों एफआईआर उसी झगड़े की अगली कड़ी मानी जा रही हैं, जिनके पीछे प्रवीण लाकड़ा की प्रतिशोध भावना और स्थानीय स्तर पर दबदबा बनाए रखने की कोशिश बताई जा रही है।
सोनीपत वे दो FIR जिसके बदले मांगे थे 1 करोड़:इंस्पेक्टर के कहने पर क्लर्क को दिए 30 लाख; दोनों गिरफ्तार, कोर्ट में आज पेश
1