स्किल और स्पीड से तय हुई जीत, लंबे खिलाड़ियों की टीम मध्य प्रदेश को हरियाणा ने दी शिकस्त

by Carbonmedia
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भास्कर न्यूज | लुधियाना गुरु नानक इंडोर स्टेडियम में चल रही 75वीं जूनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप के चौथे दिन छोटे कद के खिलाड़ियों ने खेल का रुख पलट दिया। दर्शकों ने देखा कि जहां लंबे खिलाड़ी डिफेंस खड़ा करने में जुटे थे, वहीं फुर्तीले खिलाड़ियों ने तेज ड्रिब्लिंग, धारदार पासिंग और सही टाइमिंग से उन्हें पछाड़ दिया। कई मैचों में स्किल और गति ने हाइट को पूरी तरह बेअसर कर दिया। हरियाणा का प्रदर्शन पूरे दिन चर्चा का विषय रहा। टीम ने मिड रेंज शॉट्स और आक्रामक डिफेंस से मध्यप्रदेश को चौंकाया। खासकर अंकुश का खेल दर्शकों की जुबान पर छा गया। विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी फुर्ती और कंट्रोल बास्केटबॉल का असली सबक है। पुरुष वर्ग में हरियाणा ने मध्यप्रदेश को 82-69 से पछाड़ा। अंकुश की तेज ड्रिब्लिंग और शॉट्स ने टीम को जीत दिलाई। केरल ने आंध्र प्रदेश को 76-52 से हराया। गुजरात और ओडिशा का मैच सबसे रोमांचक रहा। आखिर में ओडिशा ने 69-75 से बाजी मारी। पुड्डुचेरी ने गोवा को 67-81 से हराया। दिल्ली ने सिक्किम को 80-17 से मात देकर दबदबा बनाया। छत्तीसगढ़ ने मेघालय को 48-34 से हराया। तेलंगाना ने मणिपुर को 89-52 से हराया। कोर्ट-3 पर कर्नाटक ने अरुणाचल प्रदेश को 72-18 से शिकस्त दी। उत्तराखंड ने त्रिपुरा को 43-61 से हराया। पश्चिम बंगाल ने जम्मू-कश्मीर को 72-33 से मात दी। अंडमान-निकोबार को बिहार ने 09-64 से करारी हार दी। जूनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप के चौथे दिन महिला वर्ग के मुकाबले स्किल और स्पीड के नाम रहे। राजस्थान ने दिन की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। टीम ने तेलंगाना को 34-76 से हराया और एकतरफा खेल दिखाया। कर्नाटक ने हरियाणा को 57-46 से मात दी। मुकाबले में कर्नाटक की खिलाड़ियों ने तेज़ पासिंग और पावरफुल ड्राइव से बढ़त बनाए रखी। गुजरात और उत्तर प्रदेश के बीच हुए मैच में गुजरात ने शानदार डिफेंस और फुर्तीली अटैकिंग के दम पर 34-66 से जीत हासिल की। आंध्र प्रदेश ने पुड्डुचेरी को 63-52 से हराया। इस मैच में छोटे कद की खिलाड़ियों की स्पीड निर्णायक साबित हुई। दिनभर के मुकाबलों ने साबित कर दिया कि बास्केटबॉल में लंबाई नहीं बल्कि हुनर और मेहनत जीत की गारंटी है। चैंपियनशिप के चौथे दिन यह साफ दिखा कि सिर्फ लंबाई ही जीत की गारंटी नहीं है। खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया कि स्किल, हिम्मत और टीमवर्क ही बास्केटबॉल की असली ताकत है। छोटे कद के खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और जुनून से कोर्ट पर यह संदेश साफ कर दिया कि जीत हमेशा हुनर से मिलती है, न कि कद से।

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