भास्कर न्यूज | जालंधर ‘युद्ध नशे विरुद्ध के तहत डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने शिक्षा और पुलिस विभाग को जिले में स्कूल और कॉलेजों के नजदीक नशे की बिक्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। नार्को को-ऑर्डिनेशन सेंटर (एनसीओआरडी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी डॉ. अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर और एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने शिक्षा विभाग को स्कूलों के नजदीक नशे की बिक्री की गहन जांच करने को कहा, विशेषकर उन इलाकों में जहां नशे के हॉट-स्पॉट के तौर पर पहचान की गई है। स्कूलों के आस-पास नशे के सेवन के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्रों पर एक विस्तृत रिपोर्ट 15 जुलाई तक प्रस्तुत की जाए। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद, पुलिस विभाग संबंधित स्कूलों के आस-पास नशे की बिक्री की जांच के लिए अभियान शुरू करेगा। डिप्टी कमिश्नर ने स्वास्थ्य विभाग को सिंथेटिक दवाओं के मामले की तरह मेडिकल दवाओं के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। वहीं दूसरी ओर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने कहा कि नशे की आपूर्ति के स्रोतों की पहचान करने के लिए एक संयुक्त सर्वेक्षण शुरू किया गया है। उन्होंने नागरिकों से नाम गुप्त रखने का आश्वासन देते हुए अपील की है कि नशे से जुड़ी गतिविधियों के बारे में जानकारी 9779-100-200 पर व्हाट्सएप के माध्यम से सांझा करें। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि सिविल अस्पताल जालंधर और नूरमहल में दो नशा मुक्ति केंद्र, शेखे गांव में एक पुनर्वास केंद्र और जिले में कई ओट क्लीनिक काम कर रहे हैं। डिप्टी कमिश्नर ने यह भी बताया कि नशा मुक्ति प्रोग्राम के बारे में अधिक जानकारी के लिए लोग दफ्तर समय के दौरान जिला नशा मुक्ति हेल्पलाइन (0181-2911969) पर संपर्क कर सकते हैं। मीटिंग में मौजूद डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ,पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर।
स्कूल व कॉलेजों के नजदीक नशे की बिक्री पर 15 तक रिपोर्ट पेश करने के दिए निर्देश
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