कल्याण-डोंबिवली नगर निगम प्रशासन ने 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नगर निगम क्षेत्र के सभी कत्लखाने 14 अगस्त की मध्यरात्रि से 15 अगस्त की मध्यरात्रि तक 24 घंटे बंद रखने का निर्णय लिया है. इस निर्णय के अनुसार बकरियां, भेड़ें, मुर्गियां और बड़े जानवरों का वध करने वाले सभी कत्लखाने इस अवधि में बंद रहेंगे.
यह निर्णय 19 दिसंबर 1988 के प्रशासनिक ठराव के आधार पर लिया गया है और बाजार व लाइसेंस विभाग की उपायुक्त कांचन गायकवाड़ ने इसे मंजूरी दी है. इस संबंध में पालिका क्षेत्र के सभी कत्लखाना संचालकों को नोटिस भेजकर 15 अगस्त को कत्लखाने बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. अब पालिका प्रशासन के इस निर्णय पर राष्ट्रवादी शरदचंद्र पवार पार्टी के विधायक जितेन्द्र आव्हाड ने आपत्ति जताई है.
सत्ताधारी आधी जनतेमध्ये जात- धर्म वरून भांडण पेटवायचे,वाद लावायचे.आता तेच सत्ताधारी मांसाहारी – शाकाहारी हा वाद पेटवत आहेत.समाज सतत धगधगत राहिला पाहिजे,लोकांचं मूळ प्रश्नावर लक्ष गेले नाही पाहिजे,यासाठीच सत्ताधाऱ्यांचे हे उद्योग सुरू आहेत..! pic.twitter.com/d6roM2i3Vm
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) August 10, 2025
जितेंद्र आव्हाड ने क्या कहा ?
जितेंद्र आव्हाड ने कहा, “बहुजन समाज का डीएनए मांसाहारी है. इंसान के दांतों की संरचना देखकर किसी से भी पूछो, यह मांसाहारी है या नहीं, हजारों साल का इतिहास है. हम बंदर से इंसान बने, इसमें दांतों की संरचना बनी, इससे पता चलता है कि आप मांसाहारी हैं. जिस देश को स्वतंत्रता मिली, उसी दिन हमारा स्वतंत्रता छीन रहे हो, यह क्या तमाशा है.”
क्या शासन नाम की कोई चीज है या नहीं- आव्हाड
जितेंद्र आव्हाड ने आगे कहा, “कल्याण-डोंबिवली पालिका बहुजन समाज का विरोध कर रही है. मेरा तो विचार है कि वहीं पर मटन पार्टी रखूंगा. ओबीसी बनाम मराठा, हिंदू बनाम मुसलमान हो गया. मराठी बनाम हिंदी हो गया. अब शाकाहारी बनाम मांसाहारी शुरू करो. आदेश निकालने वाली यह गायकवाड़ बाई कौन है? उसे किसने अधिकार दिया है? शासन नाम की कोई चीज है या नहीं.”
उपायुक्त कांचन गायकवाड़ पर साधा निशाना
वहां कोई जनप्रतिनिधि नहीं है, तो उपायुक्त बाहर आकर अपनी भूमिका बताएं. क्या शासन ने आदेश दिया है कि कल्याण-मुंबई में श्रीखंड पुरी खानी चाहिए? ऐसा कहते हुए उन्होंने बाजार व लाइसेंस विभाग की उपायुक्त कांचन गायकवाड़ पर निशाना साधा.