भास्कर न्यूज | जालंधर मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में भक्तों की ओर से शनिवार को श्री शनिदेव महाराज का हवन करवाया गया। सर्व प्रथम ब्राह्मणों ने मुख्य यजमान नीरज से विधिवत वैदिक रीति अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन, नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाईं। धाम के संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने प्रभु भक्तों को श्रीमद्भगवद् गीता में कुछ श्लोकों का अर्थ सहित प्रवचन करते हुए कहा कि महाभारत युद्ध के पहले दिन ही अर्जुन विरोधी पक्ष में भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य और अपने कुटुंब के लोगों को देखकर धनुष-बाण उठाने से मना कर दिया था। वे अपने परिवार के लोगों से युद्ध नहीं करना चाहते थे और सब कुछ छोड़कर सन्यास धारण करने का विचार कर रहे थे। उस समय श्रीकृष्ण ने अर्जुन को धर्म और कर्म का महत्व समझाया था। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को समझाते हैं कि जो व्यक्ति स्वयं पर नियंत्रण पा लेता है, उस सुख-दुख और मान-अपमान का असर नहीं होता है। ऐसे लोगों को ही भगवान की कृपा मिलती है। स्वयं पर नियंत्रण पाना यानी क्रोध, लालच, मोह, अहंकार जैसी बुराइयों से दूर रहना। कर्तव्य से न भागना और धर्म के अनुसार कर्म करना ही व्यक्ति का लक्ष्य होना चाहिए। यहां अनु अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, सरोज बाला, समीर कपूर, विक्की अग्रवाल, अमरेंद्र कुमार शर्मा, अमृतपाल, प्रदीप, दिनेश सेठ, सौरभ भाटिया, विवेक अग्रवाल, मुनीष मेहरा, जगदीश डोगरा, ऋषभ कालिया समेत अन्य मौजूद रहे।
स्वयं पर नियंत्रण रखें, तभी होती है भगवान की कृपा
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