Swami Prasad Maurya: उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने नौ छोटे-छोटे दलों को मिलाकर एक नया राजनीतिक गठबंधन ‘लोक मोर्चा’ का गठन किया है और खुद को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. जिस पर अखिलेश यादव के सहयोगी और महान दल के नेता केशवदेव मौर्य तंज कसा है. उन्होंने स्वामी प्रसाद को नासमझ नेता बताया और दावा किया कि यूपी में सपा या बसपा के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी.
केशवदेव मौर्य ने एक्स पर पोस्ट कर स्वामी प्रसाद मौर्य के दावे पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा- ‘नासमझ नेताओं को राजनीति नहीं करनी चाहिए.! उत्तर प्रदेश मे हर चुनाव से पहले कुछ नासमझ नेता मिलकर ‘मोर्चा’ बनाते हैं और ‘मुख्यमंत्री’ बनने का मूर्खता भरा सपना देखते हैं लेकिन, चुनाव के बाद रिजल्ट आने पर पता चलता है कि इनकी पार्टी के प्रत्याशियों को सौ-दो सौ वोट ही मिला है.’
इन नासमझ नेताओं को किसी गांव के चौराहे पर जाकर राजनीतिक चर्चा करने वाले लोगों से ‘ट्यूशन’ लेना चाहिए क्योंकि चौराहों पर बैठकर राजनीतिक चर्चा करने वाले लोगों को भी इन नेताओं से ज्यादा जानकारी है कि उत्तर प्रदेश में सपा बसपा या भाजपा की ही सरकार बनेगी. सुना है कुछ मंदअक्ल नेताओं ने 2027 में मुख्यमंत्री बनने के लिए मोर्चा बनाया है, जिसका हश्र इनको शायद पता नहीं है, मेरी राय में ऐसे नासमझ नेताओं को राजनीति करनी ही नहीं चाहिए.
स्वामी प्रसाद मौर्य को बताया नासमझउन्होंने आगे लिखा- ‘इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव-2022 के पहले भी कई पार्टियों को मिलाकर एक मोर्चा बना था और भाषण के दौरान लंबी-लंबी बातें कही गई थी लेकिन, भागीदारी मोर्चा के मालिक बाबू सिंह कुशवाहा को समाजवादी पार्टी ने टिकट दे दिया तो ‘मोर्चा’ ही बंद हो गया.’
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को नए गठबंधन लोक मोर्चा का ऐलान किया है. जिसमें उनकी जनता पार्टी के अलावा राष्ट्रीय समानता दल, सम्यक पार्टी, जनसेवा दल, पोलिटिकल जस्टिस पार्टी, सर्वलोकहित समाज पार्टी, स्वतंत्र जनता राज पार्टी, सबका दल (U) और लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी जैसे दल शामिल हैं.