‘हमारे पास इतने साधन नहीं कि हम पाकिस्तान को ध्वस्त कर दें’, चीन पर क्या बोले कपिल सिब्बल?

by Carbonmedia
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राज्यसभा में कपिल सिब्ब्ल ने बुधवार (30 जुलाई) को कहा कि हमारे पास इतने साधन नहीं है कि हम पाकिस्तान को ध्वस्त कर दें. उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ डेटा की बात करूंगा. पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा इसलिए हो रही है कि क्योंकि दोबारा ऐसा हादसा न हो. क्या हमारे पास इतनी शक्ति है कि हम पाकिस्तान को ध्वस्त कर सकते हैं, इसलिए बहस हो रही है.
एयर चीफ मार्शल के बयान का किया जिक्र
कपिल सिब्बल ने कहा, “अक्तूबर 2024 में एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने कहा कि इंडियन एयरफोर्स की स्क्वाड्रन स्ट्रेंथ गिर रही है जो 31 स्क्वाड्रन तक पहुंच गई और ये 1965 से सबसे कम है. इंडियन एयरफोर्स 31 स्क्वाड्रन के साथ ऑपरेट कर रही है जो 1965 में पाकिस्तान के युद्ध के बाद से सबसे कम है.”
विपक्ष के सवालों का जवाब न देना सरकार की राजनीति- सिब्बल
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, “राफेल 4.5 जेनरेशन एयरक्राफ्ट है. चीन 2025 में 6 जेनरेशन एयरक्राफ्ट लॉन्च करने जा रहा है. हम 5 जेनरेशन एयरक्राफ्ट के लिए 2035 तक देख रहे हैं.  AMCA एयरक्राफ्ट का प्रोटोटाइप 2028 में पूरा होगा और 2035 में प्रोडक्शन होगा.” सरकार से सवाल करते हुए उन्होंने पूछा कि आप डिफेंस को लेकर अगर इतने गंभीर हैं तो आपने 11 सालों में क्या किया. वो (विपक्ष) सवाल पूछेंगे और आप जवाब नहीं देंगे, यही तो आपकी राजनीति है.
पाकिस्तान के पास आज की तारीख में 25 स्क्वाड्रन- सिब्बल
कपिल सिब्बल ने आगे कहा, “HAL ने LCA एयरक्राफ्ट के बारे में 1984 में सोचा था. 2025 हो गए, एक जहाज आज तक नहीं बना. हमारे पास फेजिंग आउट के बाद 29 स्क्वाड्रन रह जाएंगे. पाकिस्तान के पास आज के दिन 25 स्क्वाड्रन हैं, लगभग बराबरी है. साथ में 133 स्क्वाड्रन चीन के हैं. हम लड़ाई केवल पाकिस्तान से नहीं लड़ रहे. पाकिस्तान और चीन एक साथ है. सारी टेकनॉलजी पाकिस्तान को चीन दे रहा है.”
आतंकी एयर मिलिट्री स्टेशन से एक किमी दूर थे- सिब्बल
पलगाम हमले पर उन्होंने कहा कि आतंकियों के पास एके-47 थे. उनके पास मॉर्डन औजार भी थे और किसी को पता भी नहीं चला. 400 किलोमीटर अंदर आकर उन्होंने 26 लोगों की हत्या की. एयर मिलिट्री स्टेशन से वो एक किलोमीटर की दूरी पर थे.
गृहमंत्री ने उमर अब्दुल्ला को मीटिंग में नहीं बुलाया- सिब्बल
8 अप्रैल को गृहमंत्री जम्मू कश्मीर गए. उन्होंने वहां एलजी के साथ मीटिंग की. 22 अप्रैल को ये हादसा हो गया. उसकी वजह ये है कि आपने उमर अब्दुल्ला को उस मीटिंग में बुलाया ही नहीं. सूचना जनता से आती है. उसके लीडर कौन हैं, उमर अब्दुल्ला हैं. अब उनको मीटिंग में नहीं रखेंगे, जनता के साथ आपका वार्तालाप नहीं होगा, आपके पास इनफॉर्मेशन कहां से पहुंचेगी?   

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