हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के जंगलों की स्थिति चिंताजनक हो गई है। हमीरपुर जिले की बड़सर विधानसभा क्षेत्र में सैकड़ों चीड़ के पेड़ या तो सूख गए हैं या सूखने की कगार पर हैं। सलोनी दियोट सिद्ध सड़क रोड पर स्थित डुगाड़ के जंगल सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। दलचेहड़ा, चलसाई और चकमोह बीट में भी चीड़ के बड़े पेड़ों की स्थिति गंभीर है। आम लोगों का जीवन प्रभावित गर्मियों में जंगलों में लगने वाली आग से चीड़ के पेड़ों की जड़ें प्रभावित हो रही हैं। वन विभाग हर साल बरसात में नई पौध लगाता है, लेकिन ये पौधे आग की चपेट में आकर नष्ट हो जाते हैं। इन जंगलों में पाए जाने वाले दुर्लभ वन्य जीवों की प्रजातियां भी खत्म होने के कगार पर हैं। जंगलों के नष्ट होने से प्रदेश के तापमान में वृद्धि हुई है। इससे आम लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। वन संपत्ति को बचाना मुश्किल वन विभाग जंगलों को बचाने के लिए प्रयासरत है, लेकिन जब तक आम लोग आगजनी की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाएंगे, वन संपत्ति को बचाना मुश्किल होगा। स्थानीय लोगों ने वन संपत्ति की रक्षा के लिए सरकार से कड़े नियम बनाने की मांग की है।
हमीरपुर के जंगलों में सूखे चीड़ के पेड़:आग की चपेट में आकर पौधे नष्ट, कड़े नियम बनाने की मांग
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