जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल की तस्वीर को लेकर श्रीनगर जाने वाले विमान यात्रियों के बीच गजब का जुनून देखने को मिल रहा है. इस पुल का उद्घाटन (6 जून, 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
रेल मंत्रालय के बयान के मुताबिक अनुसार, विमान के पायलट विशेष घोषणाएं कर रहे हैं और यात्री दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल (मेहराबदार पुल) की तस्वीरें लेने के प्रति काफी उत्सुकता दिखा रहे हैं.
रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार मामलों के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने रविवार (8 जून, 2025) को कहा, ‘‘चिनाब नदी पर बना पुल हर ऊंचाई से प्रशंसा प्राप्त करता है, जहां धरती से उठे गर्व की गूंज बादलों के बीच गूंजती है.’’
मोबाइल में ऐतिहासिक चमत्कार को कैद करने के लिए लोग बेताब
उन्होंने कहा, ‘‘इन दिनों जम्मू-कश्मीर की शानदार घाटियों से गुजरने वाली हर उड़ान एक खास पल का गवाह बनती है. जैसे ही विमान चिनाब घाटी के पास पहुंचता है, पायलट की आवाज केबिन में गूंजती है कि आपके नीचे दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे-मेहराब पुल (चिनाब पुल) है.’’ जैसे ही यह घोषणा होती है, यात्री खिड़कियों की ओर दौड़ पड़ते हैं और अपने मोबाइल फोन पर इस ऐतिहासिक चमत्कार का वीडियो रिकॉर्ड करना और तस्वीरें लेना शुरू कर देते हैं.
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आस-पास के गांवों और पहाड़ी क्षेत्रों के स्थानीय लोग अलग-अलग जगहों से पुल की तस्वीरें लेते और वीडियो रिकॉर्ड करते देखे जा सकते हैं. आसमान में उड़तीं उड़ानें चिनाब पुल को देखने का झरोखा बन गई हैं, जमीन पर भी लोग इस विस्मयकारी पुल को कैद करने में व्यस्त हैं, जो भविष्य की पीढ़ियों के साथ साझा करने के लिए इतिहास के एक भाग को संरक्षित करती है.
महत्वाकांक्षी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना के हिस्से के रूप में चिनाब पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे-मेहराब पुल है. नदी तल से 359 मीटर ऊपर यह सलाल बांध के पास चिनाब नदी पर बना है और इसकी कुल लंबाई 1,315 मीटर है. इस्पात से बना मुख्य मेहराब अकेले 467 मीटर लंबा है और यह 266 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा को भी झेल सकता है.
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