‘हम जमीन से काफी ज्यादा पानी…’, जल संचयन को बढ़ावा देने पर बोले केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल

by Carbonmedia
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Union Jal Shakti Minister CR Patil: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा है कि पिछले 11 साल में देश ने जो प्रगति की है, वह पहले कभी नहीं हो पाई थी. सभी सेक्टर के लोगों को सरकार ने कुछ न कुछ देने की कोशिश की है. किसानों के लिए किसान सम्मान निधि देने का काम किया. इस दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई गई है. भारत को सुरक्षित बनाने के लिए हर काम किया गया है.
कांग्रेस पाकिस्तान का नाम तक नहीं लेती थी, हमने अंदर घुसकर मारा- पाटिल
उन्होंने कहा, “पहले कांग्रेस के समय 57 बड़े हमले हुए और बहुत बड़ा नुकसान हुआ. सिर्फ विरोध करते थे, पाकिस्तान का नाम तक नहीं लेते थे. लेकिन अब पहली स्ट्राइक हुई, सर्जिकल स्ट्राइक हुईं फिर एयर स्ट्राइक और अब पहलगाम का जवाब भी हमने दिया. 22 मिनट में पूरी दुनिया को घुटनों पर ला दिया. सिविलियन एरिया में नुकसान ना हो, इसका भी ध्यान रखा गया है.”
जल शक्ति मंत्रालय ने 11 साल में कई काम किए- पाटिल
सीआर पाटिल ने कहा, “मेरे मंत्रालय में 11 साल में बहुत काम हुए. दो मंत्रालयों को एक करके एक मंत्रालय किया गया है. टॉयलेट्स बनाने का काम हुआ है. जल जीवन मिशन में हर घर में नल से जल देने की योजना बनी है. 25 लाख महिलाएं रोज पानी लेने जाती थी, उससे उनको मुक्ति मिली है. वहीं, खराब पानी से बीमारी होती थी. 8 लाख करोड़ रुपये बीमारी पर खर्च होते थे, उसमें बचत हुई है.
15 करोड़ घरों तक हम पहुंच चुके हैं, बस और चार करोड़ घर बाकी- पाटिल
बीते सालों में सरकार के कामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “अभी हम 15 करोड़ घरों तक पहुंचे हैं, अभी चार करोड़ घर और रह गए हैं. 2028 तक उनको भी पूरा करने का लक्ष्य है. नमामि गंगे योजना से गंगा की हालत अच्छी हो गई है. आज पानी नहाने जैसा हो गया है. आने वाले समय में पीने लायक भी हो जाए, उसके लिए प्रयास चल रहा है. डैम बनाने का काम भी चल रहा है. जल संचयन के लिए अब तक तकरीबन 32 लाख स्ट्रक्चर तैयार किया गया है.”
सरकार जल संचयन के लिए कर रही काम- पाटिल
उन्होंने कहा, “डैम बनाने में 25 साल लगते हैं और हजारों करोड़ रुपये भी लगते हैं. चीन और अमेरिका दोनों मिलकर जितना जल जमीन से खींचते हैं, उनसे ज्यादा हम अकेले जमीन से खींचते हैं और अंदर कुछ पानी भेजते भी नहीं है. इसके लिए जल संचयन को बढ़ावा दे रहे हैं. बनासकाठा जिले को अगले साल तक डार्क जोन से बाहर निकालने का लक्ष्य रखा गया है.”
राज्यों में जारी जल विवाद पर चल रहा काम- पाटिल
जबकि राज्यों में चल रहे जल विवाद पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हमारी सरकार में रिवर लिंकिंग का काम चल रहा है. 2030 तक काम पूरा होगा. हरियाणा-पंजाब विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने कुछ निर्देश दिए है. उस पर सभी के साथ अधिकारी बातचीत कर रहे हैं. जल्दी ही सहमति बनाने की कोशिश करेंगे. वहीं, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में विवाद चल रहा था, अगले 8-10 दिन में उनके साथ बैठकर बात करेंगे. बाढ़ से नुकसान पर एनक्रोचमेंट होने से ज्यादा नुकसान होता है. लोगों को नदी से दूर लेकर जाने का काम हो रहा है. नदियों की सफाई का भी काम चल रहा है और कई उपायों पर काम कर रहे हैं.
दिल्ली में यमुना की सफाई पर बोले केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने कहा, “यमुना सफाई पर पूरे देश की नजर है. मुख्यमंत्री के साथ गृह मंत्री और हमारी मीटिंग हुई है. उसको लेकर प्लान बनाया गया है. सबको अलग-अलग काम दिया गया है. उसको लेकर काम भी शुरू हो चुका है. पहले डेढ़ साल में पानी नहाने जैसा हो जाए और अगले डेढ़ साल में पानी पीने जैसा हो जाए. उस पर काम चल रहा है.” वहीं, जल जीवन मिशन में शिकायतों को लेकर कहा कि 119 टीमें बनाई थी, 111 ने सर्वे कर लिया है बाकी टीमों की भी जल्दी रिपोर्ट आ जाएगी.

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