हरियाणा की गौशालाओं में ही बनेगा पेंट:रिव्यू मीटिंग में मंत्री राणा ने दिए निर्देश; गोबर गैस प्लांट लगाना भी जरूरी किया, बजट घोषणाओं की समीक्षा की

by Carbonmedia
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हरियाणा के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्याम सिंह राणा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी गौशालाओं में गोबर गैस प्लांट स्थापित करें, इसके अलावा यहां पर गोबर से ही पेंट बनाने तथा दूध से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने की संभावनाओं की तलाश करें। इससे जहां गौशालाएं खर्च के मामले में आत्मनिर्भर बन सकेंगी वहीं लोगों को बेहतर गुणवत्ता के दुग्ध-उत्पाद मिल सकेंगे। राणा पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में विभागीय मंत्री ने बजट में की गई घोषणाओं को भी रिव्यू किया। उन्होंने अधिकारियों को बजट की सभी घोषणाओं को समय से पूरा करने के निर्देश दिए। वैज्ञानिकों से अधिकारी सीखें पशुपालन एवं डेयरी मंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वे करनाल स्थित नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टिट्यूट” के वैज्ञानिकों के साथ मीटिंग करके इस इंस्टीट्यूट की आधुनिक तकनीकों को देखें और प्रदेश के पशुओं की नस्ल सुधार और उनके दुग्ध उत्पादन आदि में प्रयोग करें। उन्होंने एनडीआरआई का अधिक से अधिक सदुपयोग करने की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए। डेयरी के लिए महिलाओं को एक लाख का लोन देने के निर्देश श्याम सिंह राणा ने मार्च 2025 में वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट में की गई विभागीय घोषणाओं की समीक्षा की और इन सभी को निर्धारित अवधि में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने महिलाओं को डेयरी स्थापित करने के लिए एक लाख रुपए तक ब्याज मुक्त ऋण देने, देसी सांड के वीर्य की लिंग आधारित छंटाई के लिए प्रयोगशाला बनाने, गौ सेवा आयोग के तहत पंजीकृत गौशालाओं में शेड बनाने, गौ अभ्यारण्य स्थापित करने, पशु चिकित्सा संस्थानों में दवाई, उन्नत डायग्नोस्टिक उपकरण लगाने जैसी घोषणाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को जर्जर हालत के पशु चिकित्सा भवनों को जरुरत के अनुसार मरम्मत करने तथा नया भवन बनाने के भी निर्देश दिए। हिसार एयरपोर्ट पर बन रहे गोदाम का अपडेट लिया कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने हरियाणा राज्य भण्डारण निगम से संबंधित घोषणाओं की भी समीक्षा की और निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में 3 लाख मीट्रिक टन क्षमता के नए गोदाम जल्द से जल्द बनाए जाएं। इस दौरान कोशिश करें कि गोदाम के पास ही अतिरिक्त जमीन उपलब्ध हो ताकि साथ में ही फसलों का खरीद केंद्र बनाया जा सके। इससे जहां फसल की ढुलाई का खर्च बचेगा वहीं अनाज मंडियों में भीड़ भी कम होगी। उन्होंने आधुनिक तकनीक का एक लाख टन क्षमता का प्रस्तावित सायलो तथा हिसार एयरपोर्ट पर बनने वाले गोदाम के कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी कार्य निर्धारित अवधि में पूरा करने के निर्देश दिए।

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