वैसे तो सावन के महीने में चल रही कावड़ के अनेकों रंग आपने देखे होंगे, लेकिन हरिद्वार से पवित्र गंगा जल लेकर हरियाणा के पानीपत निवासी अशोक कुमार प्रजापति नाम का एक कावड़िया दंडवत कावड़ ला रहा है.
यह दंडवत कावड़ उसकी पहली कावड़ है. इससे पहले 18 साल से लगातार वह कावड़ ला रहा है. 5 जुलाई को उन्होंने यह दंडवत कावड़ शुरू की थी और आज वह शामली पहुंचे हैं. अशोक कुमार अकेले नहीं हैं, उनके साथ भोलेनाथ का साथ है.
बिना किसी सहयोगी के स्वयं ही की दंडवत यात्रा
दरअसल, आप जो अपनी टीवी स्क्रीन पर यह तस्वीर देख रहे हैं, यह तस्वीरें जनपद शामली की हैं. शामली में हरिद्वार से पवित्र गंगा जल लेकर हरियाणा के पानीपत जिले के गांव गढ़ी निवासी अशोक कुमार प्रजापति हैं. अशोक कुमार ने हरिद्वार से 5 जुलाई को पवित्र गंगाजल लेकर अपने गंतव्य के लिए यात्रा शुरू की थी.
उन्होंने हर की पौड़ी से ही दंडवत यात्रा शुरू की है और अपने गंतव्य स्थान तक दंडवत यात्रा ही करते रहेंगे. अशोक कुमार बिना किसी सहयोगी के स्वयं ही यह यात्रा कर रहे हैं.
दंडवत रूप में पहली कावड़ है
वह यात्रा में सबसे पहले एक गड्ढे नुमा प्लास्टिक का टुकड़ा साथ लिए हैं, जिसे पहले पृथ्वी पर बिछाते हैं और फिर उसके ऊपर लेट कर अपनी यात्रा पूरी करते हैं. फिर अगले कदम के लिए वही प्लास्टिक का टुकड़ा आगे बढ़ा देते हैं.
अशोक कुमार ने बताया कि यह उनकी 18वीं कावड़ है. सबसे पहले वह अपने चाचा जी के साथ आए थे. तब से लगातार कावड़ लेने आ रहे हैं, लेकिन दंडवत रूप में यह उनकी पहली कावड़ है.
कावड़ को तोड़फोड़ नहीं करनी चाहिए
अशोक कुमार ने कहा, काफी जगह कावड़ दुकानों में तोड़फोड़ कर रहे हैं, उनको ऐसा नहीं करना चाहिए. असली कावड़ में स्वच्छता होनी चाहिए, साफ हो और सच्चे मन से कावड़ लेकर आना चाहिए.
अगर कोई कावड़ खंडित भी हो जाती है, तो उनको तोड़फोड़ नहीं करनी चाहिए. केवल उनका यह कहना चाहिए कि मेरी कावड़ खंडित हो गई है, तो आप मुझे दूसरा जल लाकर दें.
बहुत से कांवड़िया सल्फा का नशा करते हैं – अशोक
अशोक कुमार ने बताया कि बहुत से कांवड़िया सल्फा का नशा करते हैं, वे महा चोर हैं और मैं उनको चैलेंज करता हूं. असली भक्ति जो है, वह महादेव में है. वे कुछ नहीं करते, सीधे सहज भाव में केवल अपने मन में सच्चा भाव रखकर यह यात्रा करते हैं.
हरियाणा के अशोक कुमार की अनोखी कांवड़ यात्रा, दंडवत पहुंचेंगे महादेव के दर पर
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