हरियाणा के गुरुग्राम में जलभराव पर बोले CM:कहा- जब घनी बरसात आती है तो जलभराव होगा ही; अमेरिका में केलीफोर्निया में घर तक बह गए

by Carbonmedia
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हरियाणा में गुरुग्राम में हुए जलभराव को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, गुरुग्राम हमारे हरियाणा का डेवलपिंग सिटी है। हम इसको अंतरराष्ट्रीय मानकों पर लेकर जा रहे हैं, इसके लिए हमारे अधिकारी भी लगे हुए हैं, लेकिन जब घनी बरसात आ जाती है तो फिर जलभराव हो जाता है। अमेरिका दुनिया का नंबर वन देश है, लेकिन बरसात में केलीफोर्निया में बहाव में घर तक बह गए हैं। जब प्राकृतिक आपदा आती है तो किसी का वश नहीं चलता। हमे इस बात को समझना चाहिए कि जब ज्यादा बरसात आएगी तो जलभराव तो होगा ही। सीएम सैनी ने ये बात पंचकूला में ग्रुप डी के पास युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही। 1500 युवाओं को बांटे नियुक्ति पत्र हरियाणा सरकार ने हाल ही में 7500 युवाओं का ग्रुप डी का रिजल्ट जारी हुआ था, जिसमें से करीब 1500 युवाओं को आज यहां नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। नायब सैनी ने युवाओं को नियुक्ति पत्र देते हुए कहा, हमारी सरकार हमेशा से ही युवाओं के हित में काम करती रही है। योग्य युवाओं को हमारी सरकार ने बिना पर्ची बिना खर्ची के अब तक हमारी सरकार ने 1 लाख 85 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी दे चुकी है। आज हरियाणा के युवाओं में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। मान साहब को सीएम सैनी ने दी सलाह पंजाब में बीजेपी नेता रणजीत सिंह गिल के घर पर रेड पड़ने पर सीएम सैनी ने कहा, मैं एक बात कहना चाहता हूं। ये एक विचार होता है, मैं मान साहब को कहना चाहता हूं कि वह लोगों के हित में काम करें। इन्होंने महिलाओं के साथ वादा किया था, इसने अंतिम समय में फिर टाइम में टॉफी देना शुरू कर दिया है। इसने पांच साल काट लिए, लोगों को ये कहके वोट ले लिया कि महिलाओं को 2000 रुपए दे दिया। महिलाएं इसकी ओर देखती हैं। ये झूठ बोलकर वोट ले लेता है। किसानों पर लठ बजवा दिए। हरियाणा में किसानों की फसल का मुआवजा दे दिया गया है। कलेक्टर रेट बढ़ना किसानों के लिए जरूरी हरियाणा के नए कलेक्टर रेट पर सीएम सैनी ने कहा, विपक्ष के पास कोई मुद्दा बचा नहीं है। मैं आपको बता दूं कि कलेक्टर रेट का सही सिस्टम हमने आकर किया है। इनके समय में तो यह स्थिति थी कि अगर किसी किसान की जमीन किसी बिल्डर को देनी होती थी तो उसका कलेक्टर रेट कर देते थे 8000 रुपए, किसान देखता रहता था। जब वह जमीन किसी डीलर को बेचनी होती थी तो उसका कलेक्टर रेट कर देते थे 50000 रुपए। ये पॉलिसी कांग्रेस के समय थी, इस कलेक्टर रेट को लेकर किसान भी मांग करते रहते हैं कि रेट बढ़ाएं। हमने गुरुग्राम के अंदर एक प्लाट ऑक्शन किया, वह 400 करोड़ रुपए के करीब बिका। सारा पैसा नंबर एक में दिया। दिक्कत क्या है। ये जो दुष्प्रचार कर रहे हैं, इन्हें सिर्फ एक मुद्दा मिल गया है। CM ने बताया कलेक्टर रेट का गुणा-गणित सीएम ने कहा, यह दावा कि कलेक्टर दर में 130% से अधिक की वृद्धि हुई है, भ्रामक है और सच्चाई यह है कि हरियाणा के 72% क्षेत्र में केवल 10% वृद्धि की है। केवल 8.37% क्षेत्रों में वृद्धि 50% तक है और यह वृद्धि मालिकों द्वारा की गई वास्तविक रजिस्ट्री के मुकाबले है, जो 200% से 900% के बीच है। इस भारी वृद्धि को देखते हुए, 50% की वृद्धि भी बहुत कम है। वास्तविक वृद्धि से 4 से 15 गुना कम है।किसान हमेशा अपनी जमीन की कलेक्टर दर को बढ़ाने की मांग करते हैं ताकि भूमि अधिग्रहण के समय उन्हें अधिक पैसा मिल सके और जो कोई भी इस वृद्धि का विरोध करता है, वह किसान विरोधी है।

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