हरियाणा के स्कूलों में 15 अगस्त को सैनिक करेंगे ध्वजारोहण:सम्मानित होंगे रक्षक; जारी किया शेड्यूल, “देश के रक्षकों को सलाम” होगी थीम

by Carbonmedia
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हरियाणा के सभी राजकीय विद्यालयों में इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर “देश के रक्षकों को सलाम” नामक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 15 अगस्त 2025 को होने वाले इस आयोजन के लिए स्कूल शिक्षा निदेशालय, पंचकूला की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन मूल्यों, अनुशासन और संघर्ष से प्रेरित कर उन्हें देशभक्ति, सामाजिक सहभागिता और जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रोत्साहित करना है। वरिष्ठ सैनिक करवाएंगे ध्वजारोहण, सम्मानित होंगे रक्षक हरियाणा समेत सोनीपत में भी हर गांव, शहर और वार्ड से भूतपूर्व सैनिक, कार्यरत सैनिक (जो छुट्‌टी पर हो) और स्वतंत्रता सेनानियों को स्कूल कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। इनमें से सबसे अधिक उम्र के सैनिक से स्कूल में ध्वजारोहण करवाया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को देश के सच्चे रक्षकों से मिलने और प्रेरणा लेने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम की योजना और आयोजन की रूपरेखा 4 अगस्त 2025 को जारी पत्र में कहा गया है कि हर स्कूल की स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) अपने क्षेत्र के सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों की सूची तैयार करेगी।
5 अगस्त को SMC सबसे वरिष्ठ भूतपूर्व सैनिक का चयन कर उन्हें आमंत्रण पत्र के माध्यम से मुख्य मेहमान के रूप में आमंत्रित करेगी।
6 अगस्त से विद्यार्थियों को देश के रक्षकों की वीरता पर लेख, पीपीटी और वीडियो तैयार करने को कहा गया है, जिसे 15 अगस्त को कार्यक्रम में प्रदर्शित किया जाएगा। भावनात्मक जुड़ाव के लिए पत्र लेखन 6 अगस्त से 12 अगस्त तक प्राथमिक विद्यालयों की कक्षा 3 से 5 के बच्चे अपने परिचित सैनिकों को पत्र लिखेंगे। पोस्टकार्ड या डाक लिफाफा बच्चे स्वयं घर से लाएंगे।
शिक्षक इन पत्रों की छंटनी कर बेहतर पत्रों का चयन करेंगे, जिन्हें 12 अगस्त को विद्यार्थियों द्वारा डाकघर ले जाकर भेजा जाएगा।
यह गतिविधि बच्चों के भीतर भाषा, सृजनात्मकता और संवेदनशीलता को निखारने के साथ-साथ भारतीय सेना के प्रति सम्मान और जुड़ाव की भावना उत्पन्न करेगी। 15 अगस्त का कार्यक्रम शेड्यूल क्रिएटिव प्रस्तुतियों और संवाद सत्रों की योजना 15 अगस्त को भाषण, निबंध, रंगोली, गीत, नृत्य, नाटक, पोस्टर मेकिंग और संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इनसे बच्चों की अभिव्यक्ति क्षमता, आत्मविश्वास, समूह भावना और नेतृत्व जैसे गुणों को बढ़ावा मिलेगा।
स्कूल के विद्यार्थी स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों की जीवनी एकत्र कर एक पुस्तक भी तैयार करेंगे, जो स्कूल पुस्तकालय में संग्रहित की जाएगी। कार्यक्रम की रिपोर्टिंग और प्रचार-प्रसार की रणनीति हर स्कूल कार्यक्रम की फोटो और वीडियो को अपने स्कूल या विभागीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करेगा।
निपुण रिपोर्टर कार्यक्रम में आए अभिभावकों, अतिथियों और सैनिकों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार करेंगे और उसे जिला के सोशल मीडिया चैनलों पर साझा किया जाएगा।
विभागीय पोर्टल, फेसबुक, निपुण मैगजीन और अन्य प्लेटफॉर्म पर इसे बेस्ट प्रैक्टिसस के रूप में प्रकाशित किया जाएगा। सभी स्तरों पर जिम्मेदारियों का निर्धारण स्कूल स्तर: स्कूल मुखिया, स्टाफ, SMC, ग्राम पंचायत, NCC, NSS, Scout-Guide, और सभी विद्यार्थी कार्यक्रम के आयोजन के लिए उत्तरदायी होंगे।
कलस्टर स्तर: कलस्टर मुखिया यह सुनिश्चित करेंगे कि हर स्कूल में कार्यक्रम तय योजना के अनुसार हो और रिपोर्ट SMC कार्यवाही रजिस्टर में दर्ज हो।
खंड स्तर: BEO/BEEO/BRC संबंधित क्षेत्र के सभी विद्यालयों से 2 दिन पहले कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारी लेंगे।
जिला स्तर: DEO, DEEO, DIET प्राचार्य, DPC अपने जिलों में नोडल अधिकारी रहेंगे और कार्यक्रम संपन्न होने के बाद रिपोर्ट, फोटो, वीडियो, अखबार कटिंग आदि को विभाग को भेजेंगे।
निदेशालय स्तर: सभी जिलों से प्राप्त सामग्री को वेबसाइट, फेसबुक, निपुण पत्रिका और सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जाएगा। कार्यक्रम के दूरगामी उद्देश्य और प्रेरणात्मक संदेश “देश के रक्षकों को सलाम” कार्यक्रम बच्चों में राष्ट्रीय चेतना, सामाजिक जिम्मेदारी और अनुशासन जैसे मूल्यों को विकसित करेगा।
सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों से संवाद कर छात्र उनके त्याग और साहस से सीखेंगे, जिससे उनमें नेतृत्व, आत्मबल और कर्तव्यनिष्ठा विकसित होगी।
यह आयोजन यह भी सिखाएगा कि राष्ट्र की रक्षा केवल सीमाओं पर नहीं बल्कि अपने विचार, कर्म और जीवन मूल्यों के माध्यम से भी की जा सकती है।

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