हरियाणा में अगले साल खरीदी जाएंगी 450 ई-बसें:फरीदाबाद-करनाल बनेंगे स्मार्ट सिटी; CM सैनी बोले- इंदौर सिटी से सीखें सभी मेयर

by Carbonmedia
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हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रथम नागरिक के रूप में महापौर शहरों के विकास और प्रगति को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महापौर सरकारी नीतियों और योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करें, नागरिकों की आकांक्षाओं को समझें और उनके मुद्दों को हल करने के लिए काम करें। स्थानीय स्वशासन की दृष्टि में महापौर रीढ़ की हड्डी के समान हैं। नायब सिंह सैनी ने सोमवार को पंचकूला में आयोजित अखिल भारतीय महापौर कार्यकारी परिषद की 115वीं बैठक को संबोधित करते हुए ये कहा। करनाल-फरीदाबाद को बनाया जा रहा स्मार्ट सिटी मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में शहरी स्थानीय निकायों को आवंटित बजट 2014-15 में 1,693 करोड़ रुपए से बढ़कर 2025-26 में 5,666 करोड़ रुपए हो गया है। चार महानगर विकास प्राधिकरण स्थापित किए गए हैं और फरीदाबाद तथा करनाल जैसे शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस पहल के तहत फरीदाबाद में 930 करोड़ रुपए की 45 परियोजनाएं चल रही हैं, जबकि करनाल में 927 करोड़ रुपए की 122 परियोजनाएं चल रही हैं। इसके अलावा, 2417 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित किया गया है और नई अधिकृत कॉलोनियों में 1,000 करोड़ रुपए के विकास कार्य किए जा रहे हैं, नायब सिंह सैनी ने साझा किया। 2026 तक हरियाणा खरीदेगा 540 नई ई-बसें मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत मिशन के तहत अब तक 2,930 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। 375 इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लक्ष्य में से 50 का संचालन 9 शहरों में शुरू हो चुका है और 2026 तक पीएम-ई-बस सेवा योजना के तहत 450 और बसें खरीदी जाएंगी।उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 21,431 घरों का निर्माण किया गया है और 11,412 घरों का निर्माण चल रहा है। मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत 14 शहरों में 15,256 परिवारों को प्लॉट आवंटित किए गए हैं। उन्होंने डोर-टू-डोर कलेक्शन, सामुदायिक खाद और बायोगैस प्लांट के माध्यम से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में राज्य के सराहनीय प्रयासों की सराहना की। नागरिकों की पहुंच बढ़ाने के लिए सभी शहरी सेवा वितरण प्रक्रियाओं को सरल और डिजिटल बनाया गया है। हरियाणा शहरीकरण को चुनौती नहीं, अवसर मानता है मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा शहरीकरण को चुनौती नहीं, बल्कि अवसर मानता है। राज्य का विजन शहरों को “जीवन की सुगमता” और “व्यापार करने की सुगमता” का मिश्रण बनाना है।उन्होंने जोर देकर कहा कि शहरी विकास केवल इमारतों और सड़कों जैसे बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि शहरों को जीवंत, संवेदनशील और आत्मनिर्भर बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत में लगभग 900 मिलियन लोग शहरों में रहने लगेंगे। नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह केवल एक संख्या नहीं है, बल्कि नए बुनियादी ढांचे, नई जीवनशैली और नई संभावनाओं के लिए एक बड़ा अवसर है।उन्होंने इस बदलाव को योजनाबद्ध शहरीकरण, डिजिटल एकीकरण और पर्यावरणीय स्थिरता के साथ जोड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। सीएम बोले- शहर आर्थिक विकास के इंजन ​​​​​​​मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में महापौर सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं और उनके पास कार्यकारी शक्तियां होती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली नागरिकों और उनके प्रतिनिधियों के बीच एक मजबूत पुल बनाती है, जिससे निर्णय लेने की प्रक्रिया अधिक जवाबदेह और प्रभावी बनती है।नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, जैसे-जैसे देश “विकसित भारत” के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, शहरों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने कहा कि शहर सिर्फ निवास स्थान नहीं हैं, वे आर्थिक विकास के इंजन, नवाचार के केंद्र और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के संगम हैं। महापौरों से अपने शहरों को ब्रांड बनाने का आह्वान मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह बैठक पिछले अनुभवों की समीक्षा, नई चुनौतियों पर चर्चा और महापौर संस्थाओं को मजबूत बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने सभी महापौरों से अपने शहरों को ब्रांड बनाने, उन्हें एक अनूठी पहचान देने और इस मिशन में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने विश्वास जताया कि परिषद के विचार-विमर्श से रचनात्मक चर्चा और नए संकल्प सामने आएंगे, जिसमें प्रत्येक प्रतिनिधि अपने-अपने शहरों में सकारात्मक बदलाव का एजेंट बनेगा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति ​​​​​​​मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पिछले 11 वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति देखी है। 2014 में जब प्रधानमंत्री ने पदभार संभाला था, तब भारत की अर्थव्यवस्था विश्व स्तर पर 11वें स्थान पर थी। आज यह चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित है और 2029 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है। नायब सिंह सैनी ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का प्रधानमंत्री का संकल्प निश्चित रूप से साकार होगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महापौर और अध्यक्षों के लिए सीधे चुनाव की व्यवस्था करके सरकार ने उनका दर्जा बढ़ाया है और विकास की गति को तेज किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय की भावना के अनुरूप यह जरूरी है कि विकास योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और महापौरों को इसे हासिल करने के लिए और भी अधिक जिम्मेदारी के साथ काम करना चाहिए। इंदौर मॉडल की सराहना और प्रेरणा ​​​​​​​मुख्यमंत्री ने स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर के प्रदर्शन की प्रशंसा की और महापौरों और पार्षदों को हरियाणा के शहरों में क्रियान्वयन के लिए इसके मॉडल का अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन और शौचालय निर्माण जैसी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने में महापौरों की भूमिका की सराहना की और कहा कि इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में महापौरों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, कालका से विधायक शक्ति रानी शर्मा, अखिल भारतीय महापौर परिषद की अध्यक्ष माधुरी अतुल पटेल, संगठन महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री उमाशंकर, परिषद की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और करनाल की महापौर रेणु बाला गुप्ता, पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल और विभिन्न राज्यों के महापौर मौजूद थे।

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