हरियाणा में अवैध वसूली और धमकियों का शिकार हो रहे शराब कारोबारियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है। एसटीएफ ने हरियाणा में सक्रिय करीब एक दर्जन से अधिक बदमाशों को चिन्हित किया है, जो विभिन्न जिलों में शराब व्यापारियों को डराने-धमकाने और जबरन वसूली की मांग को लेकर धमकियां दे रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार बदमाश कारोबारियों से ‘सुरक्षा शुल्क’ के नाम पर भी रंगदारी की मांग कर रहे हैं। यही नहीं रंगदारी न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां दे रहे हैं। कुछ मामलों में हथियार दिखाकर डराने की भी घटनाएं सामने आई हैं। पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े नेटवर्क की निगरानी शुरू कर दी है और कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है। प्रभावित कारोबारियों से लगातार संपर्क में रहते हुए सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। इन 8-9 मामलों की जांच एसटीएफ को सौपी गई है। साथ ही साइबर सेल की मदद से धमकी देने वालों की लोकेशन और पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। 20 से 22 ठेकेदारों को मिल चुकी धमकियां हरियाणा में शराब कारोबार से जुड़े 20 से 22 ठेकेदारों को बदमाशों द्वारा धमकियां देने की बात सामने आई है। यह धमकियां शराब ठेकों में हिस्सेदारी और वसूली को लेकर दी जा रही हैं। कई जिलों में कारोबारियों को फोन कॉल और धमकी भरे संदेश प्राप्त हुए हैं। जिनमें शराब ठेकों में हिस्सा डालने, बदमाशों के नेटवर्क से जुड़े लोगों को ठेके देने, एकमुश्त पैसे देने को लेकर धमकियां मिल रही हैं। कुछ मामलों में आरोपियों ने खुद को गैंगस्टर बताकर जान से मारने की भी धमकी दी है। इससे ठेकेदारों में डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। जिसके चलते ठेकों की नीलामी नहीं हो पा रही है। कुछ पीड़ितों ने पुलिस में औपचारिक शिकायत भी दर्ज करवाई है। विदेशों में बैठे गैंगस्टरों से जुड़े तार प्रदेश के कई शराब कारोबारियों को हाल ही में अज्ञात नंबरों से मिल रही धमकियों के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इन धमकियों के तार विदेशों में बैठे शातिर अपराधियों से जुड़ते नजर आ रहे हैं। जांच एजेंसियों को शक है कि इन धमकियों के पीछे संगठित गिरोह सक्रिय हैं, जो पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के शराब कारोबारियों को निशाना बना रहे हैं। यह गिरोह व्हाट्सएप कॉल्स, टेलीग्राम और अन्य इंटरनेट आधारित प्लेटफॉर्म्स के जरिए कारोबारी वर्ग को धमका रहे हैं और मोटी रकम की फिरौती मांग रहे हैं। ये कॉल्स कनाडा, यूके और दुबई जैसे देशों से की जा रही हैं। एजेंसियां ऐसे लोगों की पहचान कर रही सभी संभावित बोलीदाताओं से आगामी शराब की दुकानों की नीलामी में बिना किसी डर के भाग लेने का आग्रह किया। सरकार कानून का पालन करने वाले बोलीदाताओं के पीछे मजबूती से खड़ी है। प्रतिभागियों को डराने के लिए स्थानीय बदमाशों और असामाजिक तत्वों के बीच संभावित मिलीभगत का संकेत देने वाली रिपोर्टों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस और खुफिया एजेंसियों को ऐसे व्यक्तियों की तुरंत पहचान करने का निर्देश दिया। किसी को भी सरकार की शराब के ठेकों की नीलामी प्रक्रिया को पटरी से उतारने की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्थानीय प्रशासन या पुलिस की ओर से किसी भी तरह की ढिलाई को गंभीरता से लिया जाएगा। मामले पर सख्ती दिखाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि अगर किसी के पास ऐसे तत्वों की जानकारी है तो वह तुरंत नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज करवाए।
हरियाणा में एक्टिव 12 गैंगस्टर पुलिस-STF के निशाने पर:सिक्योरिटी फीस के नाम पर दे रहे धमकियां; STF को लोकेशन देश से बाहर की मिली
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