हरियाणा में 11 साल बाद कांग्रेस संगठन को लेकर सक्रिय:करनाल में हुई अहम बैठक, शहरी और ग्रामीण दो जिला अध्यक्ष बनाए जाएंगे

by Carbonmedia
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हरियाणा में करीब 11 साल के लंबे अंतराल के बाद कांग्रेस ने हरियाणा में अपने संगठन को मजबूत करने की दिशा में सक्रियता दिखाई है। पार्टी ने ‘संगठन सृजन अभियान’ की शुरुआत करते हुए जिला स्तर पर नए नेतृत्व के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी कड़ी में मंगलवार को करनाल के मानव सेवा संघ में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें करनाल संगठन के पुनर्गठन को लेकर विशेष चर्चा हुई।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के केंद्रीय पर्यवेक्षक, विधायक एवं करनाल इंचार्ज भुवन कापड़ी तथा हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश पर्यवेक्षक कैलाशो सैनी ने कांग्रेस नेताओं की बैठक ली। उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं और पूर्व पदाधिकारियों से राय-मशविरा किया। पार्टी की रणनीति के अनुसार करनाल जिले में दो जिला अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे – एक शहरी और एक ग्रामीण क्षेत्र के लिए। जिला अध्यक्ष पद के लिए छह-छह नाम होंगे चयनित
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि दोनों क्षेत्रों के जिला अध्यक्ष पद के लिए कई नेताओं ने दावेदारी जताई है। इन सभी नेताओं से पर्यवेक्षकों ने अलग-अलग बैठकें कीं। इसके आधार पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए छह-छह नाम चयनित किए जाएंगे। ये नाम राहुल गांधी को भेजे जाएंगे और अंततः उन्हीं के द्वारा अंतिम चयन किया जाएगा। जो भी नेता राहुल गांधी द्वारा चुना जाएगा, पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता उसी के नेतृत्व में काम करेंगे। पूर्व सांसदों, विधायकों और मेयरों से की गई मुलाकात
भुवन कापड़ी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य जिला अध्यक्ष का चयन करना था। इसके लिए जिला और प्रदेश कमेटियों के पूर्व सदस्य, पूर्व विधायक, पूर्व सांसदों और पूर्व मेयरों से संवाद किया गया। आगे चलकर विधानसभावार मीटिंग्स की जाएंगी और इच्छुक उम्मीदवारों को नामांकन फॉर्म दिए गए हैं। जब विधानसभा स्तर की बैठकें होंगी, तब उम्मीदवार अपने-अपने फॉर्म जमा करवाएंगे और आम कार्यकर्ताओं से संवाद कर उनकी राय को भी हाइकमान तक पहुंचाया जाएगा। मजबूत संगठन को ही मिलेगी प्राथमिकता
कापड़ी ने स्पष्ट किया कि जिला अध्यक्ष पद के लिए वही व्यक्ति चयनित होगा, जो कांग्रेस का मजबूत और निष्ठावान कार्यकर्ता हो, पार्टी विरोधी गतिविधियों से दूर रहा हो, और जिस पर अधिकतर कार्यकर्ता सहमत हों। ऐसे व्यक्ति को चुना जाएगा जो गुटबाजी से ऊपर उठकर संगठन को एकजुट करने की क्षमता रखता हो। उन्होंने कहा कि संगठन की कमी कांग्रेस की हार का एक बड़ा कारण रही है, जबकि एक मजबूत संगठन ही पार्टी को चुनावी सफलता दिला सकता है। भाजपा के आयोजनों पर ली चुटकी
भाजपा द्वारा लगातार किए जा रहे आयोजनों के सवाल पर भुवन कापड़ी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा को आयोजनों में महारत है, लेकिन सिर्फ आयोजनों से कुछ नहीं होता। संगठन का काम ज़मीन पर होना चाहिए, न कि सिर्फ दिखावे में। कैलाशो सैनी ने कहा – शुरुआती चरण में है संगठन
हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश पर्यवेक्षक कैलाशो सैनी ने बताया कि संगठन सृजन अभियान की यह शुरुआत है और शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में निष्ठावान कार्यकर्ताओं को ही जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अब चर्चा घोड़ों पर नहीं, बल्कि संगठन पर हो रही है और कांग्रेस का फोकस पूरी तरह संगठन को मजबूत करने पर है। उन्होंने कहा कि भाजपा जैसी जनविरोधी पार्टी को उखाड़ फेंकने के लिए कांग्रेस संगठन के बल पर जनता के बीच जाएगी। गुटबाजी पर मिला नियंत्रण, राहुल गांधी निभा रहे अहम भूमिका
कैलाशो सैनी ने यह भी बताया कि कांग्रेस में पहले जो गुटबाजी थी, उस पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया है। राहुल गांधी अब संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की दिशा में मजबूती से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पार्टी के भीतर एकता बनाए रखें और संगठन को फिर से खड़ा करने में सहयोग दें।

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