हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जगदीश सिंह झींडा आज फतेहगढ़ साहिब पहुंचे। यहां उन्होंने सिख पंथ की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सिख कौम के हालात इससे बदतर नहीं हो सकते। पंथ में एकता नहीं है और तख्तों के जत्थेदार राजनीतिक दबाव में फैसले ले रहे हैं। झींडा ने बताया कि पहले जब जत्थेदार फैसला लेते थे, तो महाराजा रणजीत सिंह जैसे बड़े नेता भी उसे स्वीकार करते थे। आज जत्थेदारों की नियुक्ति निजी और राजनीतिक हितों के आधार पर की जा रही है। एसजीपीसी चुनाव कभी समय पर नहीं होते। 5 साल के कार्यकाल वाले चुनाव 14 से 22 साल बाद होते हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह के भाजपा संबंधी आरोपों पर झींडा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने जत्थेदार को संयम और विनम्रता बरतने की सलाह दी। हरियाणा कमेटी की पहली बैठक में झींडा ने गुरुद्वारों में VIP कल्चर समाप्त करने का निर्णय लिया। अब गुरु घरों में मिट्टी के घड़े में पानी मिलेगा। प्लास्टिक या बोतल का पानी नहीं दिया जाएगा। झींडा ने यह भी स्पष्ट किया कि सिरोपा अब केवल धार्मिक कार्यक्रमों में दिया जाएगा, राजनीतिक मंच या रैली में नहीं। हरियाणा कमेटी सिख परंपराओं की गरिमा बनाए रखने और गुरुद्वारों को राजनीतिक प्रभाव से दूर रखने के लिए कार्य कर रही है।
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान पहुंचे फतेहगढ़ साहिब:बोले- पंथ में एकता नहीं, तख्तों के जत्थेदार राजनीतिक दबाव में फैसले ले रहे
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