हरियाणा में भाजपा के नेता कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ उनका ही समाज लामबंद होना शुरू हो गया है। बिश्नोई समाज के बड़े संतों में से एक महंत भगवान दास ने 25 जून को राजस्थान के बीकानेर में नोखा स्थित मुकाम मुक्तिधाम में एक बड़ी बैठक बुलाई है, जिसमें कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ कठोर फैसले लिए जा सकते हैं। महंत ने इसके लिए एक आदेश पत्र जारी किया, जिसमें लिखा है कि कुछ बड़े लोगों को समाज के पदों पर चिपके रहने का जुनून चढ़ गया है। ऐसी परिस्थितियों में समाज को दोबारा चिंतन की आवश्यकता है। आदेश पत्र के माध्यम से समाज के सभी लोगों को बैठक में आने के लिए कहा गया। बता दें कि बिश्नोई समाज कुलदीप के उस दावे से नाराज है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुरादाबाद की सोसायटीज के सहायक रजिस्ट्रार ने पूर्व प्रधान देवेंद्र बूड़िया के लिए सभी फैसलों पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही पूरी कार्यकारिणी बदल दी गई है। हालांकि, कुलदीप के इस दावे को बूड़िया ने फर्जी बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई आदेश जारी ही नहीं हुआ। महंत भगवान दास का समाज को लिखे पत्र की 4 अहम बातें… कुलदीप का ताजा विवाद एक नजर में… 3 पॉइंट्स में जानिए बिश्नोई और बूड़िया का पुराना विवाद… ॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें… कुलदीप बिश्नोई को महासभा के संरक्षक पद से गलत हटाया:रजिस्ट्रार ने कहा- प्रधान के पास अधिकार नहीं; बूड़िया बोले- फर्जी आदेश, मेरी बात हुई भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई को अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक पद से हटाने और बिश्नोई रत्न वापस लेने के फैसले को रजिस्ट्रार सोसायटीज ने खारिज कर दिया है। मुरादाबाद की सोसायटीज के सहायक रजिस्ट्रार ने पूर्व प्रधान देवेंद्र बूड़िया के लिए सभी फैसलों पर रोक लगा दी है। इसमें कार्यकारिणी बदलने का फैसला भी शामिल है। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा BJP नेता के खिलाफ हुआ बिश्नोई समाज:मुकाम मुक्तिधाम के संत बोले- पद का जुनून चढ़ गया है; राजस्थान में मीटिंग बुलाई
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