हिसार जिले के हांसी उपमंडल के गांव कुतुबपुर में पानी की भारी किल्लत को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा अब उबाल पर है। लगातार अनदेखी और खराब हालातों से नाराज होकर ग्रामीणों ने गांव के जलघर पर ताला जड़ दिया और जन स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। गांव में जल आपूर्ति पूरी तरह बंद ग्रामीणों की ओर से जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन को सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि पिछले 10 दिनों से गांव में जल आपूर्ति पूरी तरह बंद है, क्योंकि मोटरें जल चुकी हैं और अब तक उनकी मरम्मत या बदली नहीं हुई है। खारा पानी और गंदगी से लोग पीने के लिए टैंकर मंगवाने को मजबूर हैं। खारा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण गांव के जलघर में पिछले एक दशक से कोई नया फिल्टर नहीं लगाया गया। जिससे लंबे समय से दूषित व खारा पानी लोगों को मिल रहा है। कई बार मौखिक और लिखित शिकायतों के बावजूद कोई समाधान नहीं हुआ। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गर्मी और बरसात में भी खारा पानी ही सप्लाई किया जाता रहा है, जिससे पशु तक बीमार पड़ गए हैं। छोटी मोटर व लापरवाही बनी संकट ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जलघर में लगी मोटर की क्षमता सिर्फ 20 एचपी है, जिससे गांव के अंतिम छोर तक पानी पहुंचता ही नहीं। ग्रामीणों ने मांग की है कि इसे 50 एचपी की मोटर से बदला जाए। वहीं कर्मचारियों की लापरवाही का हवाला देते हुए बताया गया कि जलघर की देखरेख नहीं होती और कई बार टैंकों में पशु गिरकर मर जाते हैं। जिससे बदबूदार पानी लोगों तक पहुंचता है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल आपूर्ति बहाल नहीं हुई और स्थायी समाधान नहीं हुआ, तो पूरा गांव इकट्ठा होकर चंडीगढ़ मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचेगा और अपना पक्ष सीधे मुख्यमंत्री के सामने रखेगा।
हांसी के कुतुबपुर में ग्रामीणों ने जलघर को जड़ा ताला:10 दिन से पानी की किल्लत, मुख्यमंत्री से मिलने की चेतावनी
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