हिसार जिले के हांसी में बास गांव स्थित स्कूल में गुरु पूर्णिमा के दिन प्रिंसिपल जगबीर सिंह पानू की हुई निर्मम हत्या के बाद अब पूरे प्रदेश में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी है। हांसी प्राइवेट स्कूल संचालक संघ ने सोमवार शाम को एक प्रेसवार्ता कर हत्याकांड की कड़ी निंदा की और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए राज्यव्यापी आंदोलन का समर्थन किया। अवकाश रखने की घोषणा का समर्थन प्रेसवार्ता के दौरान संघ ने 16 जुलाई को प्रदेशभर के सभी निजी स्कूलों में एक दिन का सांकेतिक अवकाश रखने की घोषणा का समर्थन किया। यह बंद शिक्षकों की सुरक्षा, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता व नौकरी, और न्यायिक सुधारों की मांग को लेकर होगा। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि हत्याकांड के आरोपी को नाबालिग मानकर जुवेनाइल जस्टिस के तहत सुनवाई किया जाना न्याय के साथ अन्याय होगा। कानून में आवश्यक संशोधन की मांग उन्होंने प्रशासन से अपील की, कि मामले में आरोपी की मानसिकता, अपराध की गंभीरता और सामाजिक प्रभाव को देखते हुए कानून में आवश्यक संशोधन किया जाए। प्रधान रविंद्र अत्री ने पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी, पर्याप्त मुआवजा व सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की और चेताया कि यदि जल्द ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। गन कल्चर के गानों पर भी लगे रोक प्रेसवार्ता के दौरान प्राइवेट स्कूल संचालकों ने युवाओं को गलत दिशा दे रहे फूहड़ गाने और गन कल्चर से संबंधित गानों पर भी रोक लगाई जाने की मांग की। इनसे युवा वर्ग अपना रास्ता भटक कर अपराध की दुनिया को अपना रहा है। मामला अब सिर्फ एक टीचर की हत्या नहीं, बल्कि समूचे शिक्षा जगत की सुरक्षा और गरिमा से जुड़ा है, जिसे लेकर अब समाज का हर वर्ग चिंतित है। प्रेसवार्ता में शहर व आसपास के निजी स्कूल संचालकों ने भाग लिया।
हांसी में प्रिंसिपल मर्डर को लेकर प्राइवेट स्कूल संचालक एकजुट:प्रदेशभर में 16 को स्कूल बंद ऐलान, नौकरी और सुरक्षा की मांग
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