हिसार के हांसी उपमंडल के गांव कुम्भा में लगातार हो रही बारिश ने एक मजदूर परिवार पर कहर बरपाया है। शुक्रवार को रवि नामक मजदूर का मकान बारिश के कारण अचानक भरभराकर गिर गया। इस हादसे में रवि, उसकी पत्नी सोनू और चार मासूम बच्चे बाल-बाल बच गए। हालांकि, परिवार की रोजी-रोटी का सहारा एक भैंस और कटड़ा मलबे में दब गए। भैंस को गंभीर चोटें आई हैं। रवि जोहड़ किनारे बने अपने मकान में परिवार सहित रहता है। वह दिहाड़ी मजदूरी करके बच्चों का पालन-पोषण करता है। आवाज सुनकर भागा परिवार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण आसपास जलभराव हो गया और मकान की दीवारें और छत कमजोर होकर गिर गईं। हादसे के समय रवि परिवार के साथ घर के अंदर ही था। अचानक आई भरभराने की आवाज ने जैसे चेतावनी दी। रवि ने तुरंत बच्चों को बाहर निकाला। लेकिन जब तक वह पशुओं को खोल पाता, तब तक मकान ढह गया। सारा घरेलू सामान मलबे में दब गया। प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग रवि के दो बेटे और दो बेटियां हैं। सबसे छोटा बेटा महज सवा साल का है। संयोगवश सभी सुरक्षित बच निकले। अब परिवार को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है। रवि ने प्रशासन से आर्थिक सहायता और छत मुहैया करवाने की मांग की है। वह इस संकट की घड़ी में अपने बच्चों की सुरक्षा और भरण-पोषण करना चाहता है।
हांसी में बारिश से गिरी मकान की छत:आवाज सुनकर बाहर भागा परिवार, दो पशु और सामान मलबे में दबा
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