हिसार के हांसी शहर में नकली घी बनाने के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। बुधवार को सीएम फ्लाइंग और फूड सेफ्टी विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर नकली घी बनाने वाली एक फैक्ट्री को पकड़ा था, जिसमें इतनी बड़ी मात्रा में नकली घी मिला। जिसकी सैंपलिंग और जांच पूरी रात चलती रही। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट और सीएम फ्लाइंग इंचार्ज सुनैना अपनी टीम सहित गोदाम में ही डटी रहीं और वीरवार दोपहर तक जांच पूरी हुई। फूड सेफ्टी ऑफिसर पवन चहल ने बताया कि वनस्पति और रिफाइंड घी को गर्म किया जाता था और फिर एक केमिकल (एशेंस) मिलाया जाता, जिससे पूरे नकली घी में असली घी की महक आती थी। यह केमिकल इतना शक्तिशाली होता है कि एक बूंद ही पूरे टीन के लिए काफी है। फिर इसे ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बाजार में सप्लाई किया जाता था। कार्रवाई के दौरान मौके से 3267 लीटर नकली घी जब्त किया गया है। भट्ठी से बरामद कच्चे माल को नष्ट करवाया गया। गोदाम में पड़े सील कर जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं। अगर सैंपल फेल आते हैं, तो मामले में कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आरोपी बाप-बेटे पर मामला दर्ज
फैक्ट्री का संचालन सुरेंद्र सचदेवा और उसका बेटा अमित सचदेवा कर रहे थे। दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। छापे के दौरान अमित सचदेवा मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है। जांच के दौरान टीम को वहां कई ब्रांडेड कंपनियों के नकली पैकिंग मटेरियल और डिब्बे भी मिले। कुछ कंपनियों के प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर पुष्टि की कि उनके ब्रांड की नकल की जा रही थी। इस फैक्ट्री से उनका कोई वास्ता नहीं है। सीएम फ्लाइंग की कार्रवाई के दौरान पास ही कुछ युवकों ने शराब पीकर हंगामा भी किया। जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर कार्रवाई की गई। गोदाम को किया गया सील
फूड सेफ्टी ऑफिसर पवन चहल और सीएम फ्लाइंग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री के गोदाम को सील कर दिया। फूड सेफ्टी ऑफिसर पवन चहल के अनुसार, यह घी बाजार में आम उपभोक्ताओं तक पहुंचता था, जिससे लोगों की सेहत को गंभीर खतरा हो सकता था। सील किए गए घी के सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर सख्त धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।
हांसी में 3267 लीटर नकली घी मिला:केमिकल मिलाकर बनाते थे ब्रांडेड कंपनियों का घी, आरोपी फरार; सीएम फ्लाइंग-फूड सेफ्टी विभाग की कार्रवाई
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