हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भारत के कुल कितने छात्र पढ़ते हैं? जानें क्या है एडमिशन का प्रोसेस

by Carbonmedia
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Harvard University : अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और दुनिया की सबसे जानी मानी यूनिवर्सिटीज में से एक हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के बीच तनाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. ट्रंप हाथ धोकर हार्वर्ड के पीछे पड़े हुए हैं, क्योंकि यूनिवर्सिटी ट्रंप के इशारों पर काम नहीं कर रही है. ताजा घटनाक्रम में ट्रंप ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के एडमिशन पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसका असर भारत समेत पूरी दुनिया के तमाम देशों के कई हजार छात्रों पर पड़ेगा, जिनका सपना हार्वर्ड से डिग्री लेने की होता है.


होमलैंड सिक्योरिटी की सचिव ने चिट्ठी लिखकर यह बताया है कि जब तक हार्वर्ड के खिलाफ यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा देने के आरोपों की जांच नहीं हो जाती तब तक यह रोक लागू रहेगी. आपको बता दें कि ट्रंप के नेतृत्व  वाली सरकार का आरोप है कि हार्वर्ड में यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसके अलावा यूनिवर्सिटी  चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ मिलकर काम कर रही है. चलिए, आपको बताते हैं कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भारत के कुल कितने छात्र पढ़ते हैं और यहां एडमिशन का प्रोसेस क्या है. 


कितने भारतीय छात्र हार्वर्ड में 
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ऑफिशियल डेटा के अनुसार,यूनिवर्सिटी में अभी 788 अभी पढ़ रहे हैं. हर साल यहां 500 से 800 भारतीय छात्र पढ़ने आते हैं. हार्वर्ड विदेशी छात्रों की पसंदीदा यूनिवर्सिटी में से एक है, यहां करीब 6,800 छात्र पढ़ रहे हैं जो यूनिवर्सिटी के कुल छात्रों में करीब 27 प्रतिशत हैं. अब जब  स्टूडेंट्स और एक्सचेंज विजिटर्स प्रोग्राम (एसईवीपी) को रद्द करने की घोषणा की गई है तो यहां पढ़ रहे वर्तमान विदेशी छात्रों को या तो दूसरी जगह स्थानांतरित कराना होगा या फिर उनको अमेरिका छोड़ना होगा. ट्रंप सरकार ने छात्रों को 72 घंटे का समय दिया है. 


कैसे होता है एडमिशन 
हार्वर्ड में एडमिशन का अपना एक प्रोसेस होता है जैसे कि अगर किसी भारतीय छात्रा को वहां एडमिशन लेना है तो उसे कॉमन एप्लीकेशन के जरिए यूनिवर्सिटी में अप्लाई करना होगा. एडमिशन के लिए आपको स्कोलास्टिक असेसमेंट टेस्ट देना होगा उसका स्कोर और IELTS/TOEFL स्कोर की जरूरत आपको होगी. आपको स्टूडेंट वीजा के लिए दो रिकमेंडेशन लेटर की जरूरत होगी तभी आपको वीजा मिलेगा. हार्वर्ड जरूरत आधारित स्कॉलरशिप देता है, जिसमें विदेशी छात्र भी पात्र होते हैं आप इसके बारे में हार्वर्ड की बेवसाइट से जानकारी ले सकते हैं.


इसे भी पढ़ें- Harvard University पर ट्रंप के फैसले का इन भारतीय छात्रों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर, जानें कितना होगा नुकसान


 

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