जालंधर| नीट यूजी-2025 में हिंदी माध्यम में रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्रों की संख्या में सात वर्षों में 83 फीसदी की वृद्धि हुई है। 2019 में जहां यह संख्या 1.36 लाख थी, वहीं 2025 में 2.5 लाख हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले छात्रों की हिस्सेदारी भी बढ़ी है। वहीं, एनटीए की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, चयनित छात्रों में से 70 फीसदी आरक्षित वर्ग (ओबीसी, एससी, एसटी, इडब्ल्यूएस) से हैं। कुल 12.36 लाख चयनित छात्रों में से 8.97 लाख आरक्षित वर्ग से आते हैं। नीट यूजी 2025 में पहली बार 144-200 अंकों के बीच के छात्रों का आंकड़ा जारी किया गया है। इस रेंज में करीब तीन लाख छात्र शामिल हैं। इस बार टॉप-10 0 में सबसे ज्यादा 14 छात्र राजस्थान से हैं, दिल्ली से 15 और महाराष्ट्र से 12 हैं, लेकिन बिहार और झारखंड जैसे प्रमुख राज्यों से इस बार टॉप-100 में एक भी छात्र नहीं है।
हिंदी माध्यम के छात्रों का बढ़ा रुझान, 7 वर्षों में 83 फीसदी बढ़ी रजिस्ट्रेशन
2