हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में स्टूडेंट के अंकों में हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी पर विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर यह सवाल उठाया जा रहा है कि मात्र दो दिनों में 86 हजार उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कैसे किया गया। बोर्ड अध्यक्ष एवं कांगड़ा के डीसी हेमराज बैरवा ने विवाद पर स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने बताया कि मार्च 2025 की परीक्षाओं की सभी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो चुका था। OMR शीट्स को पहले ही स्कैन बैरवा ने बताया कि सभी विषयों की OMR शीट्स को पहले ही स्कैन कर लिया गया था। केवल अंग्रेजी विषय के OMR डेटा का मूल्यांकन संशोधित उत्तर कुंजी के अनुसार दोबारा किया गया। यह प्रक्रिया पूरी तरह कंप्यूटरीकृत थी। बोर्ड के पास पर्याप्त कंप्यूटर संसाधन होने के कारण यह काम दो दिन में पूरा हो सका। बोर्ड के नियमों के अनुसार स्टूडेंट को ग्रेस मार्क्स का प्रावधान है। बोर्ड की अपील, भ्रम की स्थिति से बचें अगर कोई स्टूडेंट संशोधित उत्तर कुंजी के बाद अंग्रेजी में पास होता है, तो उसे अन्य विषयों में भी ग्रेस मार्क्स मिल सकते हैं। इससे वह समग्र रूप से उत्तीर्ण हो सकता है। बोर्ड अध्यक्ष ने मीडिया से अपील की है कि वे तथ्यों की सही जानकारी के बाद ही समाचार प्रकाशित करें। इससे स्टूडेंट, अभिभावकों और जनता में भ्रम की स्थिति नहीं बनेगी। किसी भी जानकारी के लिए यहां करें संपर्क बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी को इस विषय में विस्तृत जानकारी चाहिए, तो वे इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। 12वीं परीक्षा संबंधी जानकारी के लिए 01892-242139, 242140, 242141, 242142, 242150 दसवीं परीक्षा संबंधी जानकारी के लिए 01892-242148, 242149, 242128, 242119, 242151
हिमाचल बोर्ड परीक्षा में अंकों की बढ़ोतरी पर विवाद:अंग्रेजी विषय की OMR शीट्स की दोबारा जांच, ग्रेस मार्क्स का प्रावधान
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