हिमाचल प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मंडी जिले के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश के कारण बड़ा नुकसान हुआ और लगभग 1000 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए. इसमें से 300 से 500 मकान ऐसे हैं जो पूरी तरह और 500 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए. 200 से अधिक ऐसी जमीन हैं, जहां सेब के बगीचे हैं. कृषि भूमि पूरी तरह नष्ट हो गई और वहां पर बड़ी-बड़ी चट्टानें गिर गईं. समस्या तो यह है कि जल शक्ति विभाग की परियोजनाएं ठप हो गई हैं और पीने का पानी तक नहीं है.
राजीव बिंदल ने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार ने अभी किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की है, पानी की पूर्ति हेतु कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था अभी तक खड़ी नहीं की गई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. पंडोह और मंडी के अधिकतम रास्ते बंद पड़े हैं. उसको भी सरकार ने अभी तक खोलने का कोई प्रयास नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि यह सरकार की गंभीरता पर सवाल या निशान उठना है. इसके साथ-साथ हम मांग करते हैं, जो प्रभावित लोग कैंप में रह रहे हैं, उनके लिए भी सरकार को स्थाई व्यवस्था बनानी चाहिए.
8 दिन पूरे हो गए हैं पर सरकार को चिंता नहीं- बिंदल
राजीव बिंदल ने कहा कि बीते 8 दिन में सरकार की तरफ से बहुत कुछ होना चाहिए था पर वैसा कुछ धरातल पर देखने को नहीं मिला. हम मुख्यमंत्री को स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं की इन इलाकों में ज्यादा से ज्यादा एवं अधिकतर मशीनरी लगाकर क्षेत्र को राहत पहुंचाने का काम करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए. बीजेपी के सभी नेताओं ने प्रथम दिन से इस त्रासदी को लेकर गंभीरता से काम किया गया है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विधायक विनोद कुमार, विधायक दीपराज कपूर और बीजेपी से तीन गठित टीमें लगातार धरातल पर काम कर रही हैं. अगर जयराम ठाकुर प्रथम दिन पर मंडी जिला में न जाते तो शायद यह घटना उचित समय पर ध्यान में ना आती.
अगर सेवा को मुख्यमंत्री राजनीति समझते हैं तो हम करते रहेंगे- बिंदल
राजीव बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार बीजेपी और विपक्ष पर आरोप लगा रहे हैं कि इस त्रासदी के समय हम राजनीति कर रहे हैं, यह आरोप गलत है. उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री सेवा को राजनीति समझते हैं, तो हम करते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि अगर राशन किट वितरण, बर्तन किट वितरण, कंबल पहुंचाना, प्रभावितों से मिलकर उनको संवेदना प्रकट करना, उनके बीच जाकर दुख बांटना अगर राजनीति है, तो ऐसी राजनीति हम लगातार करते रहेंगे. अच्छा होता कि मुख्यमंत्री और उनके नेता भी जनता के बीच उनका दुख बांटने के लिए कार्यरत होते.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल संभाल चुके हैं आपदा का समय- राजीव बिंदल
राजीव बिंदल ने कहा कि जब 2001 में आपदा आई थी, तो पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सब काम छोड़ आपदा ग्रस्त क्षेत्र के दौरा करने निकले थे. उस समय वह एक समान की हवाई ट्रॉली में भी बैठकर आपदा क्षेत्र में पहुंचे थे.
उन्होंने कहा कि लाहौल स्पीति जैसे दुर्गम इलाके से वहां की फसल को हेलीकॉप्टर से दिल्ली पहुंचा गया था. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी कोविड महामारी के समय प्रदेश को तीव्र मार्केटिंग द्वारा और लगातार प्रवास के माध्यम से संभाला था.
लोगों को पुनः स्थापित करने के लिए जमीन मुहैया करवानी चाहिए- बीजेपी नेता
बिंदल ने कहा कि सरकार को त्वरित कार्य और कार्यवाही करते हुए जिन 500 से अधिक लोगों ने अपने घर और सेब एवं खैर के बगीचों को पूरी तरह से खो दिया है. जिन्हें 100% हानि हुई, उनको पुनः स्थापित करने हेतु जमीन मुहैया करवानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि दुख की बात तो यह है कि 2023 और 2024 में जिन लोगों को इस प्रकार का नुकसान हुआ था, उनको प्रदेश की वर्तमान सरकार आज तक जमीन नहीं दे पाई है. यह प्रदेश सरकार का फेलियर है और इस बारे में सरकार में बैठे लोगों को गंभीरता से सोचना चाहिए.
’15 से अधिक पुल टूट गए हैं’
राजीव बिंदल ने मंडी जिले के त्रासदी के दौरान बड़े हाथों के उदाहरण देते हुए कहा कि पंडोह में 16 मेगावाट का बिजली प्रोजेक्ट 100% वॉश आउट हो गया है और उसे प्रोजेक्ट की एक भी टरबाइन नहीं मिल पाई. यहां के रास्ते भी बंद हो गए और बीजेपी सरकार के दौरान जो बगलामुखी माता रोप वे बनाया गया था, वही एकमात्र साधन है, जिससे लोग आवागमन कर पा रहे हैं. इस क्षेत्र में 15 से अधिक पुल टूट गए हैं.
बिजली का ट्रांसफार्मर 500 मीटर दूर जाकर गिरा
उन्होंने कहा कि एक बिजली का ट्रांसफार्मर 500 मीटर दूर जाकर गिरा. नाचन से एक मृतक शरीर देहरा महाराणा प्रताप डैम में मिला. टमाटर की पूरी फसल वॉश आउट हो गई. लंबाताज का गांव जहां 25 घर पूरा का पूरा गांव साफ हो गया. अनेकों 5 मंजिली बिल्डिंग खत्म हो गई, ऐसा प्रतीत होता है कि लाखों टन या 10000 से अधिक ट्रक पत्थर और मालवा मंडी जिला में आकर गिर गया है.
हिमाचल में भारी बारिश से तबाही, मंडी में 1000 मकान क्षतिग्रस्त, सुक्खू सरकार पर राजीव बिंदल का निशाना
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