हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले में सुक्खू सरकार डीजीपी और एसपी शिमला पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। दोनों अफसरों को सरकार लंबी छुट्टी पर भेज सकती है। सूत्र बताते हैं कि एसपी शिमला संजीव गांधी को सस्पेंड भी किया जा सकता है। इसे लेकर अभी आदेश होने बाकी है। यह फैसला मंगलवार शाम को सचिवालय में पौने तीन घंटे चली मीटिंग में लिया गया। यह मीटिंग मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की अध्यक्षता में हुई। इसमें मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, एडवोकेट जनरल अनूप रत्न और लॉ सेक्रेटरी मौजूद रहे। वहीं डीजीपी अतुल वर्मा को लंबी छुट्टी पर भेज सकती है। हालांकि चार दिन बाद यानी 31 मई को अतुल वर्मा रिटायर होने जा रहे हैं। मगर उन्हें रिटायरमेंट से पहले ही पद से हटाया जा सकता है और किसी अन्य IAS को अतिरिक्त कार्यभार दिया जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) ओंकार शर्मा की रिपोर्ट पर भी आपत्ति जताई है। कहा गया कि इन तीनों अधिकारियों ने अपनी अपनी अलग अलग रिपोर्ट देकर कानून का मजाक बनाया है। SP ने DGP के खिलाफ खोला था मोर्चा बता दें की SP संजीव गांधी ने 2 दिन पहले डीजीपी अतुल वर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने मीडिया से बातचीत में डीजीपी द्वारा विमल नेगी मौत मामले में हाईकोर्ट में दायर एफिडेविट को गैर जिम्मेदाराना बताया। साथ ही डीजीपी ऑफिस के कर्मचारियों पर चिट्टा तस्करी को लेकर संगीन आरोप लगाए। यही नहीं एसपी ने मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना पर भी एक केस की जांच प्रभावित करने की बात कहीं। पूर्व डीजीपी संजय कुंडू पर भी एसपी शिमला ने गंभीर आरोप लगाएं। उन्होंने धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा को भी विधायक खरीद मामले का मास्टरमाइंड बताया।
हिमाचल सरकार की DGP-SP पर कार्रवाई:संजीव गांधी हो सकते हैं सस्पेंड, DGP को छुट्टी भेजा, ऑर्डर का इंतजार, ACS पर भी CM नाराज
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