हिसार जिले के गांव धांसू की करीब 40 ढाणियों को जोड़ने वाला मुख्य कच्चा रास्ता इन दिनों बुरी तरह से कीचड़ और पानी से भरा हुआ है। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि अब स्कूल वैन का आना भी बंद हो गया है। जिससे बच्चों की शिक्षा बाधित हो रही है। ग्रामीणों ने मुद्दे को लेकर प्रशासन और सरपंच के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। आपातकालीन सेवाएं नहीं पहुंच सकती ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते रास्ता ठीक नहीं हुआ, तो अगले सप्ताह दो गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी मुश्किल में पड़ सकती है, क्योंकि एम्बुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएं वहां तक नहीं पहुंच सकती। गांव के जय सिंह धांसू ने कीचड़ भरे रास्ते की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया और प्रशासन के अधिकारियों को भेजी है। उन्होंने सरपंच प्रतिनिधि सुरजीत पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने वोट न देने की रंजिश में इन ढाणियों का रास्ता पक्का नहीं करवाया। सरपंच प्रतिनिधि को दो दिन का अल्टीमेटम जय सिंह का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने सरपंच प्रतिनिधि को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर दो दिन के भीतर रास्ते की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे सरपंच के घर के बाहर धरना देंगे। वही मामले पर सरपंच प्रतिनिधि सुरजीत का कहना है कि उन्होंने पहले ही 30 से 35 रास्तों के एस्टीमेट बनाकर संबंधित विभाग को भेज दिए हैं। सभी रास्तों को बनवाया जाएगा। रास्ता जल्द पक्का करने की मांग ग्रामीणों का आरोप है कि यह केवल टालमटोल की नीति है। उनका कहना है कि गांव में कुछ खास मोहल्लों और समर्थकों के इलाकों में तो तुरंत सड़कें और नालियां बनवा दी जाती हैं, लेकिन ढाणियों के साथ भेदभाव किया जाता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और रास्ता जल्द पक्का करवाने की मांग की है, ताकि बच्चों की शिक्षा, महिलाओं की सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं में कोई बाधा न आए।
हिसार की 40 ढाणियों के रास्तों पर कीचड़:स्कूल वैन बंद, गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी पर संकट, ग्रामीणों की चेतावनी
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