हिसार में कबाड़ की दुकान में हुए ब्लास्ट मामले में विस्फोटक पदार्थ बेचने वाले का खुलासा हो गया है। पुलिस जांच में सामने आया कि असिस्टेंट प्रोफेसर है, जिसने मृतक कबाड़ का काम करने वाले को विस्फोटक पदार्थ से भरा लोहे का पाइप बेचा था, जिस कारण 23 जून 2025 को ब्लास्ट हुआ था, जिसमें श्रीचंद (38 साल) की मौत हो गई थी। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर पंकज हिसार के सेक्टर 14 का रहने वाला है और केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ में तैनात है। पंकज ने पत्रकारिता से पीएचडी कर रखी है। केंद्रीय यूनिवर्सिटी में जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर है। वह केमिकल से संबंधित कुछ न कुछ जुगाड़ कर रहा था, पर कुछ नहीं बना। आखिर उसने यह लोहे की पाइप श्रीचंद को कबाड़ के भाव में बेच दी। पंकज ने पता होते हुए भी जानबूझकर श्रीचंद को यह सामान बेचा था। इस मामले में सिटी थाना पुलिस सेक्टर 14 में आसपास के मकानों की करीब 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालते हुए आरोपी पंकज के घर पर पहुंची। अब आरोपी पंकज को कोर्ट में पेश कर चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है, जिसमें पता लगाएगी कि पंकज ने विस्फोटक सामग्री कहां से खरीदी है और क्यों खरीदी थी। पंकज के माता-पिता रिटायर्ड टीचर और भाई लेक्चरर, हिसार में 25 साल पुरानी कोठी पुलिस के अनुसार, आरोपी पंकज मूलरूप से बरवाला के वार्ड नंबर तीन का रहने वाला है। उसके दोनों माता-पिता रिटायर्ड टीचर है और भाई लेक्चरर है। उसका परिवार बरवाला में ही रहता है। हिसार के सेक्टर 14 के पार्ट एक में करीब 20 से 25 साल से उसकी कोठी नंबर 1409 है। साल 2009 में किराएदार रहता था, उससे भी खाली करवा लिया था। वह यहां पर अक्सर ही आता है और मकान बंद रहता है। इस समय मकान में मरम्मत कार्य चल रहा था तो पंकज खुद आया था। जब पुलिस उसके घर पर पहुंची तो वह टालमटोल करने लगा और स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा था। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो सारे राज उगल दिए। हाल ही में किया था इंटर कास्ट प्रेम विवाह पुलिस के अनुसार, हाल ही में आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर पंकज ने इंटर कास्ट बरवाला की एक महिला से प्रेम विवाह किया था। स्पष्ट जानकारी थी, फिर भी विस्फोटक बेच दिया सिटी थाना से जांच अधिकारी उप-निरीक्षक मनमोहन सिंह ने बताया कि आरोपी पंकज ने जानबूझकर विस्फोटक पदार्थ से भरा लोहे का पाइप कबाड़ी को बेच दिया था, जबकि उसे स्पष्ट जानकारी थी कि पाइप में विस्फोटक भरा हुआ है। इसी लापरवाही और गैरकानूनी कृत्य के चलते विस्फोट हुआ, जिसमें कबाड़ी श्रीचंद गंभीर रूप से घायल हो गया था और बाद में उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। साले सुशील के बयान पर दर्ज किया था केस उल्लेखनीय है कि 23 जून को थाना शहर हिसार में सूचना मिली थी कि ऋषि नगर स्थित एक स्क्रैप की दुकान में विस्फोट हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को भादरा (हनुमानगढ़) निवासी सुशील कुमार ने शिकायत दी थी कि उसका जीजा श्रीचंद (निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, हिसार) फेरी लगाकर घरों से कबाड़ एकत्र करता था और उसे उसकी दुकान पर बेचता था।
वह 23 जून को कबाड़ लेकर दुकान पर आया और रेहड़ी से सामान उतारकर कंप्यूटर कांटे पर वजन कर रहा था, तभी एक पाइप में विस्फोट हो गया। इस हादसे में श्रीचंद सहित अन्य लोग घायल हो गए। जांच के दौरान आरोपी पंकज कुमार की संलिप्तता सामने आने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जानिए धमाके में कौन-कौन घायल हुआ था यह धमाका सोमवार (23 जून) को हिसार के ऋषि नगर में एसके कबाड़ की दुकान में हुआ था, जिसमें दुकान मालिक सुशील कुमार के जीजा श्रीचंद बुरी तरह से झुलस गए थे। श्रीचंद की आंते बाहर आ गई थी, जिस कारण उसका ऑपरेशन कराया गया। लेकिन दो दिनों तक उनको होश नहीं आया था। उनको पेट में चोटें लगने के कारण बारूद का असर ज्यादा फैल गया, पांव में भी संक्रमण फैल गया। डॉक्टरों ने पांव काटकर ऑपरेशन करने की बात कही थी, उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। डॉक्टर भी उनकी हालत बिगड़ती देख ऑपरेशन के इंतजार में थे। शाम को फिर उनकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे में दूसरे घायल लेबर रिजवान को उनके परिजन यूपी ले गए। एक अन्य युवक को गर्दन पर चोटें लगी थी, जिसे बाद में छुट्टी मिल गई थी।
हिसार दुकान ब्लास्ट में खुलासा, असिस्टेंट प्रोफेसर ने बेचा विस्फोटक:महेंद्रगढ़ केंद्रीय यूनिवर्सिटी में तैनात, पत्रकारिता से पीएचडी, माता-पिता रिटायर्ड टीचर, भाई लेक्चरर
1