हिसार जिले के अग्रोहा खंड के मीरपुर गांव में शनिवार को सीएम फ्लाइंग टीम ने राजकीय माध्यमिक स्कूल और राजकीय प्राथमिक स्कूल में छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान स्कूलों में ग्रांट के उपयोग, मिड-डे मील, इको क्लब ग्रांट और अन्य रिकॉर्ड्स की गहन जांच की गई, जिसमें कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। जानकारी के अनुसार जांच के दौरान अधूरे रिकॉर्ड, गायब बिल और नियमों की अवहेलना जैसे कई मामले उजागर हुए। छापेमारी सीएम फ्लाइंग की इंचार्ज सुनैना के नेतृत्व में की गई। इसमें शिक्षा विभाग के चेकिंग अधिकारी के रूप में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दड़ोली के प्रिंसिपल प्रकाश चंद्र, बीईओ अग्रोहा के क्लर्क वीरेंद्र, एएसआई सुरेंद्र कुमार और एचसी विजय शामिल रहे। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई सुनैना ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि मीरपुर गांव के दोनों स्कूलों में ग्रांट के दुरुपयोग और अनियमितताओं की शिकायतें हैं। इस सूचना के आधार पर शनिवार को टीम ने दोनों स्कूलों में रेड की और रिकॉर्ड्स की गहन जांच की। कई बिल वेरिफाइड नहीं मिले सीएम फ्लाइंग की इंचार्ज सुनैना ने बताया कि जांच के दौरान राजकीय माध्यमिक स्कूल में मुख्याध्यापक अनिल कुमार की मौजूदगी में कई खामियां पाई गईं। इंचार्ज सुनैना ने बताया कि स्कूल में दी गई ग्रांट के कई बिल वेरिफाइड नहीं थे। विशेष रूप से, छत की मरम्मत के लिए निकाले गए ग्रांट में मजदूरों की दिहाड़ी के बिल गायब थे। इसके अलावा, इको क्लब ग्रांट की कोटेशन खाली पाई गई, और कैश बुक व प्रॉपर्टी रजिस्टर लंबे समय से अपडेट नहीं किए गए थे। ग्रांट में से 50 हजार रुपए खर्च सबसे गंभीर मामला यह सामने आया कि स्कूल ग्रांट में से 50 हजार रुपए खर्च किए गए, लेकिन इनमें से 3 हजार 050 रुपए के बिल प्रस्तुत नहीं किए गए। रिकॉर्ड्स की कमी और अनियमितताओं ने स्कूल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। राजकीय प्राथमिक स्कूल में भी खामियां
सीएम फ्लाइंग की इंचार्ज सुनैना ने बताया कि राजकीय प्राथमिक स्कूल में मुख्याध्यापक सतबीर सिंह की उपस्थिति में जांच की गई। यहां भी ग्रांट से संबंधित कैश बुक आधी-अधूरी पाई गई, और बिलों को वेरिफाइड नहीं किया गया था। ग्रांट खर्च से संबंधित फाइलों में लगाई गई कोटेशन में तारीखें नहीं थीं, और नियमों का पालन नहीं किया गया था। जांच में पता चला कि स्कूल ने 50 हजार रुपए की ग्रांट खर्च की, लेकिन 3 हजार 892 रुपए के बिल गायब थे। इसके अलावा, इको यूथ ग्रांट के 3,000 रुपए में से 1,500 रुपए के बिल भी नहीं पाए गए। कार्रवाई के लिए मुख्यालय भेजी जाएगी रिपोर्ट सीएम फ्लाइंग इंचार्ज सुनैना ने बताया कि दोनों स्कूलों में जांच के दौरान पाई गई अनियमितताओं की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे आगामी कार्रवाई के लिए मुख्यालय भेजा जाएगा। वहीं सीएम फ्लाइंग की इस अचानक कार्रवाई से दोनों स्कूलों के कर्मचारियों और प्रशासन में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों और अभिभावकों ने भी इस छापेमारी का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि ऐसी कार्रवाइयां भविष्य में स्कूलों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेंगी।
हिसार ने सरकारी स्कूलों में सीएम फ्लाइंग की रेड:ग्रांट में गड़बड़ी, बिल गायब और रिकॉर्ड अधूरे मिले, मुख्यालय भेजी जाएगी रिपोर्ट
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