हिसार में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के लिए 95 आवेदन:इसमें 2 विधायक, दावेदारी में हुड्‌डा गुट का दबदबा, 2 एसी, 1 ओबीसी नेता का नाम

by Carbonmedia
()

हरियाणा के हिसार में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के लिए 95 आवेदन आए हैं। कांग्रेस की ओर से शहरी और ग्रामीण 2 जिलाध्यक्ष बनाए जाएंगे। शहरी के लिए 15 और ग्रामीण के लिए 80 नेताओं ने आवेदन किया है। अधिकतर नेता ग्रामीण जिलाध्यक्ष बनने के इच्छुक हैं। इसका कारण है कि शहर में कांग्रेस का जनाधार कम है। ग्रामीण के लिए 2 विधायकों ने भी आवेदन किया है। विधायकों का नाम पैनल में शामिल किया गया है। इसमें उकलाना विधायक नरेश सेलवाल और नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ के नाम शामिल हैं। इसके अलावा हुड्‌डा गुट के नेताओं के नाम ज्यादा से ज्यादा शामिल किए गए हैं वही सैलजा गुट के 3 से 4 नेताओं के नाम ही पैनल में है। राहुल गांधी की ओर से हिदायतों का पालन करते हुए पैनल में एससी और बीसी नेताओं को भी तवज्जो देते हुए उनके नाम भी पैनल में रखे गए हैं। AICC पर्यवेक्षक जगदीश जांगिड़ ने बताया कि उनकी ओर से 6-6 नामों का पैनल बनाया गया है। हालांकि उन्होंने इससे अधिक जानकारी देने से इन्कार करते हुए कहा कि यह एक गुप्त प्रक्रिया है और आलाकमान की ओर से सख्त हिदायत है कि जिलाध्यक्ष की प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय होगी। उन्होंने बताया कि कई चर्चाओं के बाद ही मजबूत जनाधार वाले व सक्रिय कार्यकर्ताओं के नाम पैनल में रखे गए हैं। इन नेताओं के नाम पैनल में शामिल
शहरी जिलाध्यक्ष : बजरंगदास गर्ग, अश्वनी शर्मा, अरविंद शर्मा, सुमन शर्मा, लाल बहादुर खोवाल और राहुल मक्कड़।
ग्रामीण जिलाध्यक्ष : नरेश सेलवाल, जस्सी पेटवाड़, अनिल मान, कृष्ण सातरोड़, धर्मबीर गोयत, बृज लाल बहबलपुरिया। टिकट वितरण में भी रहा था हुड्‌डा गुट का दबदबा
बता दें कि टिकट वितरण में भी हुड्‌डा गुट का दबदबा रहा था। हिसार शहरी सीट को छोड़कर सभी 6 विधानसभा में हुड्‌डा गुट से जुड़े नेता चुनाव लड़े थे। आदमपुर, उकलाना और नारनौंद से कांग्रेस के विधायक भी चुने गए। सैलजा अपने समर्थकों को टिकट दिलवाने में कामयाब नहीं रही थी। अबकी बार भी जिलाध्यक्ष में हुड्‌डा गुट का दबदबा साफ देखा जा सकता है। पैनल में 12 में से 8 नाम हुड्‌डा समर्थकों के हैं। वहीं 4 नाम सैलजा समर्थकों के हैं। इसके अलावा विधायकों ने भी जिलाध्यक्ष बनने के लिए आवेदन किया है मगर उनके चांस कम नजर आते हैं। कांग्रेस पहले से ही पद पर आसीन व्यक्ति को जिलाध्यक्ष नहीं बनाएगी। हालांकि अपने-अपने गुट के नेताओं के जरिये आलाकमान तक सिफारिश लगवाई जा रही है।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment