देशभर में 9 जुलाई 2025 को प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में हिसार के बरवाला में अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के जिला संयोजक रोहतास राजली ने गुरुवार को गांव ढाणी प्रेम नगर में मजदूरों की एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए मजदूरों, किसानों और आम जनता से हड़ताल में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया। संकट में घिरता जा रहा मजदूर रोहतास राजली ने कहा कि देश का खेतीहर मजदूर लगातार संकट में घिरता जा रहा है। सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं पर बजट में कटौती कर रही है और मनरेगा जैसे गरीबों के सहारे बने रोजगार गारंटी कानून को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मनरेगा एक्ट 2005 को पूरी तरह लागू नहीं किया जा रहा, जबकि खाद्य सुरक्षा कानून को भी कमज़ोर करने के प्रयास हो रहे हैं। सरकारी नीतियों पर हमला राजली ने आरोप लगाया कि सरकार समस्याओं का समाधान करने के बजाय पूंजीपतियों के पक्ष में फैसले ले रही है और सार्वजनिक संसाधनों को निजी हाथों में सौंपने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इससे गरीब और हाशिए के तबके के लोग और अधिक संकट में फंसते जा रहे हैं। हड़ताल की प्रमुख मांगें – राष्ट्रव्यापी हड़ताल में कई महत्वपूर्ण मांगें रखी जाएगी। – मनरेगा में साल में 200 दिन रोजगार की गारंटी और 800 की न्यूनतम दिहाड़ी। – मनरेगा कार्यस्थल पर दुर्घटना में मृत्यु होने पर 10 लाख का मुआवजा। – राशन डिपो पर बढ़ाई गई तेल की कीमतों को वापस लिया जाए। – खाद्य सुरक्षा कानून को सख्ती से लागू करते हुए गरीबों को सस्ता और पौष्टिक भोजन सुनिश्चित किया जाए। विभिन्न संगठनों का समर्थन इस हड़ताल को ट्रेड यूनियनों, किसान संगठनों, खेत मजदूर यूनियनों और विभिन्न सामाजिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है। सभा में सद्भावना मंच के नेता मास्टर सुभाष पैथियां, सतबीर, बिल्लू, महावीर, कविता देवी, राजबाला, फुल्ली देवी, महासिंह, सुमित्रा, राजो, रवि, मीना, रघबीर, बृजलाल, रमेश सहित दर्जनों लोगों ने भाग लिया और हड़ताल के समर्थन में अपनी प्रतिबद्धता जताई।
हिसार में खेत मजदूरों का राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान:मनरेगा में 200 दिन काम, 800 रुपए मजदूरी समेत कई मांगें
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