हिसार में जलभराव के लिए ये 5 जिम्मेदार:मंत्री, विधायक से लेकर मेयर तक गायब रहे, ₹2.4 करोड़ के टेंडर हुए मगर वहीं हाल

by Carbonmedia
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हरियाणा के हिसार में 5 घंटे हुई 75 एमएम बारिश से शहर के डूबने की नौबत आ गई। जहां प्रशासन इसको लेकर पहले से अलर्ट नहीं नजर आया वहीं जनप्रतिनिधि इस मुश्किल समय से शहर में ही नहीं थे। हिसार में जलभराव के लिए मंत्री, विधायक, मेयर, डीसी और नगर निगम कमिश्नर जिम्मेदार हैं। मंत्री, मेयर और विधायक जिन पर अधिकारियों से काम करवाने की जिम्मेदारी थी और तुरंत एक्शन लेने या फिल्ड में उतरकर लोगों को संभालने की जिम्मेदारी थी वह शहर में ही नहीं थे। हिसार में नगर निगम और पब्लिक हेल्थ के 66 KM लंबे नाले हैं इन पर करीब ढाई करोड़ रुपए खर्च किए मगर बारिश के बाद जलभराव ने प्रशासन के इन दावों की पोल खोलकर रख दी है। नगर निगम और जनस्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में करीब ढाई करोड़ के टेंडर नालों की सफाई के लिए लगाए थे। इन नालों को कितना साफ किया कितना नहीं इसकी प्रॉपर मॉनिटरिंग तक नहीं हुई। यह दोनों ही विभाग मंत्री रणबीर गंगवा के पास हैं। मंत्री ने भी अधिकारियों के भरोसे काम छोड़ दिया। समय-समय पर इसको लेकर बैठक या मॉनिटरिंग नहीं की। नतीजा यह हुआ कि उनका ही शहर 5 घंटे की बारिश नहीं झेल पाया। बारिश के कारण विधायक तक के आवास के आगे पानी जमा हो गया जो पूरे सिस्टम की पोल खोलने के लिए काफी है। जलभराव के लिए जिम्मेदार 2 विभागों ने क्या काम किया नगर निगम : नगर निगम के पास शहर में 32 किमी नाले की सफाई का जिम्मा था। निगम ने इसके लिए 2 करोड़ का टेंडर किया था। इसमें 14 मेन रोड से सिविल अस्पताल रोड, जिंदल पार्क रोड, डीसीएम मिल रोड, डाबड़ा चौक, अर्बन एस्टेट टू, जिंदल चौक आईटीआई, आजाद नगर एरिया, गोविंद पैलेस के आसपास और कैमरी रोड का जिम्मा था। पब्लिक हेल्थ : इनके पास शहर के 34 किमी के नाले की सफाई का जिम्मा था। 40 लाख रुपए इन्होंने सफाई पर खर्च किए। इनके पास सचिवालय से लुदास रोड, पंजाबी धर्मशाला से ऋषि नगर ड्रेनेज, ऑटो मार्केट व बरवाला चुंगी तक का एरिया इनके पास था। हिसार में पहली बार बारिश में भैंसें तैरती दिखी थीं
हिसार में 2 दिन से हो रही बरसात में जिला प्रशासन से लेकर सरकार तक, सबके दावे खोखले साबित हुए थे। दिल्ली रोड से लेकर मिल गेट रोड तक पूरा एरिया डूब गया था। हिसार सिविल अस्पताल में घुटनों तक पानी भर गया। सबसे बुरा हाल जिंदल चौक से लेकर इंडस्ट्रियल एरिया और पीएलए मार्केट से कैंप चौक तक रहा था। हिसार में मिल गेट रोड पर कप्तान स्कूल के सामने इतना पानी भर गया कि यहां भैंसें भी तैरती नजर आईं थी। ऑटो मार्केट रोड पर बच्चे पानी में तैरते नजर आए। यहां लोगों ने विरोध जताते हुए पानी में किश्ती चलाकर मेयर और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी पड़ी। हिसार की निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल के घर में तीन-तीन फीट पानी खड़ा हो गया। जलभराव से लोग खूब परेशान हुए। कई जगह दोपहिया वाहन पानी में बंद हो गए। जलभराव के लिए मेयर-कमिश्नर ने “भगवान” को जिम्मेदार ठहराया
1. प्रवीण पोपली, मेयर : एक दम ज्यादा बारिश आने से तो जलभराव होता है। अचानक इतनी बारिश एक साथ आई जिसके कारण जलभराव की नौबत आई। मैं शहर से बाहर था शाम को आकर मैंने रिपोर्ट ली है। हमनें 3 से 4 घंटे में शहर का सारा पानी निकाल दिया। पहले इससे ज्यादा समय लगता था। यह हमारी कामयाबी है। 2. नीरज, निगम कमिश्नर : बारिश अधिक होने से जलभराव हुआ। यह कहीं भी हो सकता है। हमारी टीमें तुरंत अलर्ट हो गई। मैंने खुद सभी डिस्पोजल जाकर चेक किए। प्रेम नगर को छोड़कर सभी डिस्पोजल पर मोटरें वर्किंग कर रही थी। हमने 3 घंटे में ही शहर से पानी निकाल दिया। पहले जब मैं यही एडीसी था तो मैंने देखा है पूरा दिन लग जाता था। 5 PHOTOS में देखिए कैसे हिसार पानी में डूब गया था…

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