हिसार पुलिस की नशा निरोधक टीम ने शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) बरवाला में एक नशा मुक्ति कैंप का आयोजन किया। इस कैंप का उद्देश्य नशे की लत से जूझ रहे लोगों की पहचान कर उन्हें चिकित्सकीय सहायता और परामर्श प्रदान करना था। कैंप में बरवाला के एसडीएम डॉ. वेद प्रकाश और मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. उत्कर्षा ने विशेष रूप से भाग लिया। कैंप के दौरान नशा निरोधक टीम ने चार नशा पीड़ित व्यक्तियों की पहचान की। इन व्यक्तियों को नशा मुक्ति के लिए विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया गया और आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई गईं। यह कदम नशे की लत से मुक्ति दिलाने और पीड़ितों को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुआ। नशा पीड़ितों से की बातचीत कैंप में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों और विशेषज्ञों ने नशा पीड़ितों के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत की, उनकी समस्याओं को समझा और उन्हें नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया। एसडीएम डॉ. वेद प्रकाश ने कैंप में उपस्थित आशा वर्कर्स, एएनएम, जीएनएम और एमपीएसडब्ल्यू कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में नशा पीड़ित व्यक्तियों की सक्रिय रूप से पहचान करें। उनका उचित इलाज सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नशा मुक्ति केवल चिकित्सकीय उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके लिए सामुदायिक जागरूकता और सामाजिक सहयोग भी आवश्यक है। नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करने के निर्देश उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को यह भी निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्रों में लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करें और उन्हें नशा न करने की शपथ दिलाएं। डॉ. उत्कर्षा ने कैंप में नशे के मानसिक और शारीरिक प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि उसके परिवार और समाज पर भी बुरा असर डालता है। उन्होंने नशा पीड़ितों को प्रेरित करते हुए कहा कि सही समय पर उपचार और इच्छाशक्ति से नशे की लत से छुटकारा पाया जा सकता है।
हिसार में नशा मुक्ति कैंप का आयोजन:चार नशा पीड़ितों को मिला विशेषज्ञों का परामर्श, एसडीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों को दिए निर्देश
3