हिसार में शुक्रवार देर शाम स्वास्थ्य विभाग और ड्रग कंट्रोल विभाग की संयुक्त टीम ने एक फर्जी डॉक्टर के क्लिनिक पर छापा मारा। टीम ने मौके से भारी मात्रा में एलोपैथिक दवाएं, चिकित्सकीय उपकरण, प्रयुक्त सिरिंज और एक IV ग्लूकोज बोतल जब्त की। कार्रवाई नारनौंद के भकलाना गांव में की गई है। जांच में पता चला कि डॉक्टर 12वीं पास है। आरोपी परमिंदर पिछले 5 से 6 सालों से अवैध रूप से गांव में चिकित्सा सेवाएं दे रहा था। वह मौके पर मौजूद मिला और उसने अपनी गलती स्वीकार की। छापेमारी टीम में ड्रग कंट्रोलर हिसार से डॉक्टर अजय लुहाच, खांडा खेड़ी सीएचसी के एसएमओ डॉ. नरिंदर शर्मा, नारनौंद नागरिक अस्पताल की मेडिकल ऑफिसर डॉ. डिंपल, महिला हेड कॉन्स्टेबल रविंदर कौर और एएसआई कृष्ण कुमार शामिल थे। टीम ने ओम प्रकाश के घर पर दबिश दी, जहां बिना रजिस्ट्रेशन के क्लिनिक संचालित हो रहा था। ओम प्रकाश ने बताया कि उसका बेटा परमिंदर इस क्लिनिक को चला रहा है। कुछ देर बाद परमिंदर भी मौके पर पहुंचा और खुद को क्लिनिक संचालक बताया। खरीद-बिक्री का रिकॉर्ड पेश नहीं कर पाया
जांच के दौरान परमिंदर कोई भी वैध मेडिकल डिग्री, रजिस्ट्रेशन या दवाओं की खरीद-बिक्री का रिकॉर्ड पेश नहीं कर पाया। टीम ने मौके से 30 प्रकार की एलोपैथिक दवाएं, प्रयुक्त सिरिंज, ग्लूकोज की बोतल सहित चिकित्सीय उपकरण जब्त किए। सभी वस्तुओं को पैक कर सील किया गया। छापामारी दस्तावेजों पर टीम के सदस्यों, गवाह और आरोपी के हस्ताक्षर भी लिए गए। अवैध क्लिनिक की खबर से गांव में हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इक्ट्ठा हो गए। विभाग ने मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है।
हिसार में फर्जी क्लिनिक पकड़ा:बिना डिग्री के 6 साल से चल रहा था संचालक, डॉक्टर निकला 12वीं पास
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