हिसार में आज यानी बुधवार को बारिश से दो मकान गिर गए, जिससे दो बुजुर्ग घायल हो गए। हादसा नारनौंद क्षेत्र के सुलचानी गांव और थुराना में हुआ। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे 60 वर्षीय बीरू अपने मकान की छत पर चढ़कर बरामदे पर पॉलिथीन ढक रहा था। जैसे ही वह नीचे उतरने लगा, मकान के आगे बने बरामदे की अचानक पूरी छत भरभरा कर गिर गई। हादसे में नीचे बरामदे में लेटे उसके बड़े भाई 65 वर्षीय रोशन भी मलबे की चपेट में आ गए। हादसे में दोनों बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि हादसा इतना अचानक हुआ कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। छत का मलबा गिरते ही जोरदार धमाका हुआ और आसपास के लोग मौके पर दौड़ पड़े। दोनों भाइयों को निकालकर तुरंत नारनौंद के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, बीरू के पांव, कमर और हाथ पर गंभीर चोटें आईं, जबकि रोशन के सिर में गहरी चोट लगी है। दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। एक दिन पहले हुई थी महिला की मौत
घायल बीरू ने बताया कि यह मकान उन्होंने तीन साल पहले ही बनवाया था। मैं पॉलिथीन उतारकर नीचे आ रहा था कि अचानक छत गिर गई। मेरा भाई बरामदे में लेटा हुआ था, इसलिए वह भी घायल हो गया।ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह के हादसे लगातार हो रहे हैं। मंगलवार रात को भी कोथ कलां गांव में मकान गिरने से एक महिला की मौत हो गई थी और तीन लोग घायल हुए थे। प्रशासन ने सभी पंचायतों को आदेश दिए हैं कि गांवों में सर्वे कर कमजोर मकानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जाए। उधर, थुराना गांव में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। भारी बारिश से सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। गांव की एक बस्ती के करीब 80 घरों में जलभराव से लोग परेशान हैं। इसी बीच गांव के सतबीर का मकान भी गिर गया, जिसमें वह अपने पशु रखता था। मकान ढहने से उसे बड़ा नुकसान हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि हालात दिन-प्रतिदिन गंभीर होते जा रहे हैं और प्रशासन से तुरंत ठोस कदम उठाने की मांग की है।
हिसार में बारिश से दो मकानों की छत गिरी:दो बुजुर्ग भाई घायल, 80 घरों में जलभराव; एक दिन पहले हुई थी महिला की मौत
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