हिसार यूनिवर्सिटी की घटना के खिलाफ भिवानी में प्रदर्शन:राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, बीएड कॉलेज को सीबीएलयू में मर्ज ना करने की मांग उठाई

by Carbonmedia
()

भिवानी में जन संघर्ष समिति व भारत की जनवादी नौजवान सभा ने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के छात्रों पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सुरक्षा गार्डों से लाठीचार्ज करवाने के विरोध में तथा भिवानी के सरकारी बीएड कालेज को सीबीएलयू में मर्ज करने का विरोध किया। डीसी कार्यालय के सामने जुलूस निकालकर उपयुक्त कार्यवाही के लिए राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया।े ज्ञापन लेने डीसी कार्यालय की तरफ से डीडीपीओ सुपरिटेंडेंट राजकुमार जांगड़ा पहुंचे। जुलूस निकालने से पहले विभिन्न जनसंगठनों के पदाधिकारी डीसी कार्यालय भिवानी के सामने चौधरी सुरेन्द्र सिंह पार्क में इकट्ठे हुए। सज्जन सिंगला, नरेश कुमार शर्मा व अनुराग की संयुक्त अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना में मारे गये नागरिकों की मृत्यु पर गहरा दुखः प्रकट किया तथा शोक संतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की। उनकी याद में दो मिनट का मौन रखा। एचएयू में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की
जन संघर्ष समिति के संयोजक व सीपीआईएम के जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के राज्य महासचिव रतन जिंदल, बीएड कालेज छात्र संघ के प्रतिनिधि अरविंद, युवा नेता अनुराग व सीबीएलयू छात्र नेता प्रवीन बूरा ने कहा कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में अपनी जायज मांगों के लिए शांतिपर्ण आंदोलनरत शोध छात्रों पर यूनिवर्सिटी के उप कुलपति के निर्देश पर गार्डों ने बर्बरता से लाठी चार्ज किया। जिससे दर्जनों छात्रों के गंभीर चोट लगी। इस घटना की घोर निंदा करते हुए जिला मुख्यालय के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भिजवाकर यूनिवर्सिटी के उपकुलपति को हटाने तथा उन पर यूनिवर्सिटी के छात्रों पर जानलेवा हमला करने के तहत मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार करने व इस सम्बन्ध में दर्ज एफआईआर दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है। बीएड कॉलेज को सीबीएलयू में मर्ज करने का विरोध
दूसरा ज्ञापन सरकारी बीएड कालेज भिवानी के छात्रों की तरफ से राज्य के मुख्यमंत्री को भेजकर भिवानी का सरकारी बीएड कालेज के अस्तित्व को स्वतंत्र रखने की मांग की। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल ने 1973 में बनवाया था। उसे सरकार की योजना अनुसार सीबीएलयू में मर्ज ना किया जाए। 2015-16 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मर्जर का प्रस्ताव रद्द किया था। छात्र इस योजना का इसलिए विरोध कर रहे हैं कि मर्जर के बाद बीएड की फीस वर्तमान 34500 रुपए से बढ़कर एक लाख रुपए से ऊपर हो जाएगी।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment